Madhya Pradesh Election 2023: मध्य प्रदेश में चुनावों से पहले विधायक मुख्यमंत्री से एक नई मांग करने लगे हैं. उन्होंने साल के अंत में होने वाले चुनावों को लेकर विकास की चिंता सताने लगी है. इसी कारण विधायक अब एकमुश्त विधायक निधी (Lump Sum MLA Fund) की मांग कर रहे हैं. उनका कहना है कि इससे चुनावों में पार्टी को फायदा मिलेगा. साथ ही नेताओं का समीकरण सही से बैठ पाएगा.


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विधायकों को सता रही क्षेत्र के विकास की चिंता
विधायकों को अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र में विकास कार्यों को स्वीकृति दिलाने और भूमि पूजन की चिंता सता रही है. विधायकों ने सरकार से निर्वाचन क्षेत्र के विकास के लिए विधायक निधि एकमुश्त जारी करने की मांग की है. विधानसभा कि समिति ने भी इसे लेकर सहमति दे दी है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) के अनुमोदन मिलते ही आर्थिक सांख्यिकी विभाग आदेश जारी करेगा.


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पूर्व मंत्री और विधायक ने सीएम से मांग
पूर्व मंत्री और भाजपा विधायक हरिशंकर खटीक (BJP MLA Harishankar Khatik) ने कहा कि चुनाव से ठीक पहले एकमुश्त विधायक निधि मिलने से विधायकों को बड़ा फायदा होगा. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से हमारी मांग है कि विधायकों को एकमुश्त विधायक निधि दी जाए ताकि चुनाव में फायदा हो सके और वो अपने क्षेत्र के कुछ छोटे मोटे कामों को करा सकें. इससे पार्टी को भी फायदा होगा.


क्यों चाहिए एकमु्श्त विधायत निधी
बता दें विधायकों को विधायक निधि के रूप में ढाई करोड़ रुपये और 75 लाख रुपए स्वेच्छानुदान निधि मिलते हैं. इसे वो अपने क्षेत्र के छोटे-मोटे विकास कार्यों में निजी तौर पर खर्च कर सकते हैं. इसी कारण चुनावों से पहले नेताओं को इस पैसे की इतनी जरूरत मेहसूस हो रही है कि वो लंबे समय से अपनी अनुपस्थिती को क्षेत्र के कुछ काम कराकर पूरा कर सके, जिससे उन्हें चुनाव में फायदा मिले.