MP Assembly Election 2023: मध्य प्रदेश में जैसे - जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आता जा रहा है वैसे- वैसे सियासी पारा हाई होता जा रहा है. भाजपा (BJP)कांग्रेस (Congress) दोनों पार्टियों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. इसी बीच कांग्रेस ने पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह और कमलनाथ को नई जिम्मेदारी सौंपी है. 


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नाराज नेताओं को मनाएंगे दिग्विजय 
कांग्रेस ने आगामी चुनाव के लिए हलचल तेज कर दी है. पार्टी इस बार किसी भी हाल में एमपी में कांग्रेस की सरकार बनते हुए देखना चाहती है. इसे लेकर के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह को पार्टी के कार्यकर्ताओं को जोड़ने की जिम्मेदारी सौंपी है. दिग्विजय सिंह अब कांग्रेस के अंदर आपसी समन्वय बनाएंगे और नाराज नेताओं को भी मनाएंगे. साथ ही साथ उन सीटों पर भी फोकस करेंगे जहां पर 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पीछे रह गई थी.


बीजेपी की सीटों पर नजर
कांग्रेस की नजर इस बार विधानसभा चुनाव में उन सीटों पर है जहां 2018 में उसे हार का सामना करना पड़ा था. इसके लिए कांग्रेस ने कमर कस ली है और अब दिग्विजय सिंह और कमलनाथ दोनों नेता इन सीटों पर जाकर पार्टी के लिए प्रचार करेंगे और लोगों के साथ चौपाल करके कांग्रेस को मजबूत करने का काम करेंगे.


यहां पिछड़ी है कांग्रेस
कांग्रेस पार्टी लगातार अपनी स्थिति को मजबूत करने में लगी हुई है. इसके तहत अब पार्टी की नजर उन 66 सीटों पर है जहां पर हमेशा पिछड़ती हुई नजर आई है. इस बार रहली, दतिया, बालाघाट, रीवा, सीधी, नरयावली, भोजपुर, सागर, हरसूद, सोहागपुर, धार, इंदौर दो, इंदौर चार, इंदौर पांच और मंदसौर जैसी प्रमुख सीटें है जिसे जीतने के लिए कांग्रेस पूरे प्रयास में लगी हुई है. यहां पर लगातार कांग्रेस के सीनियर लीडर दौरा कर रहे हैं.


इसी साल है विधानसभा चुनाव
बता दें कि मध्य प्रदेश में इसी साल विधानसभा चुनाव होना है. बताया जा रहा है कि अक्टूबर नवंबर में तक विधानसभा चुनाव कराया जाएगा. इसे लेकर भाजपा और कांग्रेस दोनों पार्टियों ने अपनी ताकत झोंक दी है. सूबे के मुखिया शिवराज सिंह चौहान और पूर्व सीएम कमलनाथ जनता को साधने का एक भी मौका नहीं छोड़ना चाहते हैं.