प्रिया पांडेय/भोपाल: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में सियासी पारा हाई हो गया है. आगामी विधानसभा चुनाव (Assembly Election 2023) को लेकर के राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई है. भाजपा (BJP) कांग्रेस  (Congress) हर मौके को भुनाने में लगी हुई है. भाजपा लगातार हिंदुत्व का दांव चल रही है. मगर अब कांग्रेस भी इसी के सहारे खुद की रणनीति बनाने जा रही है. बता दें कि आज भोपाल (Bhopal)में कांग्रेस कार्यालय पर मंदिर पुजारी प्रकोष्ठ की धर्म संसद आयोजित हो रही है. जिसमें पूर्व सीएम कमलनाथ (Kamlnath)भी शामिल होंगे.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

प्रदेश भर के पुजारी पंडित होंगे शामिल
हिंदुत्व के जरिए कांग्रेस भी लोगों के दिलों में जगह बनाने की कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है. अब पार्टी 2023 के विधानसभा तैयारियों में पूरी तरह लग चुकी है. आज प्रदेश कार्यालय पर मंदिर पुजारी प्रकोष्ठ की बड़ी बैठक होने जा रही है. जिसमें प्रदेश भर के पुजारी और पुरोहितों को बुलाया गया है.


बता दें कि बैठक में कांग्रेस पार्टी पुजारियों के समस्याओं को सुनेगी और उसपर रणनीति बनाएगी इसके लिए कांग्रेस ने मंदिर पुजारी प्रकोष्ठ का गठन किया है.


कांग्रेस करती सम्मान
होने वाले धर्म संवाद को लेकर एमपी के कांग्रेस उपाध्यक्ष ने भाजपा के ऊपर तंज भी कसा है. उन्होंने कहा कि पुजारियों और पुरोहितों का सम्मान सिर्फ भाजपा के ही द्वारा नहीं किया जाता है और न ही सिर्फ उनका अधिकार है. कांग्रेस पार्टी भी हिंदू धर्म सहित सभी धर्मों का सम्मान करती है. 


कमलनाथ से हुई थी मुलाकात
आज होने वाले मंदिर पुजारी प्रकोष्ठ सम्मेलन के जरिए कांग्रेस हिंदुत्व का कार्ड आगामी विधानसभा में चलने जा रही है. बता दें कि बीते दिनों विप्रजनों ने कमलनाथ से मुलाकात की थी और पूर्व सीएम को भगवा रंग की शॅाल ओढ़ाकर स्वागत किया था. जिसमें बिप्रजनों ने दक्षिणा लेने से इन्कार कर दिया था और कहा था कि जब कांग्रेस सरकार बनेगी तभी दक्षिणा लेंगे.