Assembly Election 2023: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव (mp assembly election)को लेकर राजनीतिक हलचलें तेज हो गई है. जहां पर एक तरफ सीएम शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) अपनी योजनाओं और घोषणाओं से जातीय समीकरण बैठाने में लगे हुए हैं, वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस (Congress) भी सभी वर्गों को साधने की तैयारी में जुट गई है. इसके तहत पार्टी ने अब यादवों को अपने पक्ष में लेने के लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ( Ex Union Minister Arun Yadav) को जिम्मेदारी सौंपी है और वो आज बुंदेलखंड दौरे (Bundelkhand Tour) पर रहेंगे. उनका ये दौरा क्यों खास है जानते हैं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

अरुण यादव का बुंदेलखंड दौरा
आज पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव बुंदेलखंड के दौरे पर रहेंगे, यहां पर वो यादव समाज के साथ कई बैठक करके संगठन को मजबूत करेंगे. उनके इस दौरे को लेकर काफी सियासी समीकरण लगाए जा रहे हैं. क्योंकि यहां पर सागर संभाग में यादव वोटों की संख्य़ा दो लाख के पार है और कांग्रेस नेता के पास छतरपुर,टीकमगढ़ और निवाड़ी का प्रभार भी ऐसे में अब कांग्रेस ने अरुण यादव पर भरोसा जताया है और उन्हें यादवों को मजबूत करने की जिम्मेदारी सौंपी है.


ये भी पढ़ें: Bageshwar Dham: बागेश्वर धाम आने वाले भक्तों को अब खर्च करना होगा ज्यादा, देने पड़ेंगे इतने पैसे


बुंदेलखंड की स्थिति
अगर हम बुंदेलखंड की स्थिति देखें तो यहां पर कांग्रेस का ज्यादा प्रभाव नहीं रहा है. क्योंकि यहां की 26 सीटों में आधे से अधिक सीट यानि की 18 भाजपा के पास है, इसके अलावा कांग्रेस के खाते में यहां की 7 सीट है जबकि एक सीट बसपा के खाते में हैं.


कांग्रेस की कोशिश
अपने तीन दिवसीय दौरे पर अरुण यादव बीना,सागर,रहली टीकमगढ़, निवाड़ी औऱ छतरपुर में आयोजित कार्यक्रमों में यादव वर्ग से मुलाकात करके कांग्रेस के लिए समीकरण तैयार करेंगे. अगर हम वर्तमान स्थिति देखें तो टीकमगढ़ और निवाड़ी जिले में अभी कांग्रेस के पास एक भी सीट नहीं है. 


इन दोनों जिलों में कांग्रेस ने खाता खुलवाने के लिए अरुण यादव पर भरोसा जताया है. क्योंकि यहां पर यादव वोटरों की अच्छी संख्या है. इसके अलावा  छतरपुर, सागर और दमोह जिले में कांग्रेस सीटें बढ़ाने की कोशिश करने की तैयारी में है.