Jobat Vidhan Sabha Seat: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव (MP Assembly Election)को लेकर सियासी पारा काफी ज्यादा हाई हो गया है. सत्ता रूढ़ पार्टी भाजपा (BJP) और प्रमुख विपक्षी पार्टी कांग्रेस (Congress) जनता को लुभाने का एक भी मौका नहीं छोड़ रही है. दोनों पार्टियों की निगाहें प्रदेश की सभी सीटों पर बनी हुई है. प्रदेश की जोबट सीट (Jobat Seat Analysis)पर दोनों पार्टियों की नजरे हैं. साल 2018 में इस सीट पर कांग्रेस का कब्जा था. लेकिन साल 2021 में हुए उपचुनाव में यहां से भाजपा की सुलोचना रावत (Sulochana Rawat News) विजयी हुई. इस साल भी यहां कांटे की टक्कर होने की उम्मीद है.


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जातीय समीकरण
जोबट विधानसभा सीट साल 1951 में अस्तित्व में आई थी. इस सीट पर 97 प्रतिशत आदिवासी वोटर्स हैं. भील, भिलाला और पटलिया यहां की प्रमुख जातियां हैं, इनमें 40 फीसदी भील, 5 फीसदी पटलिया और 55 फीसदी भिलाल समुदाय के वोटर हैं. बता दें कि अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित इस सीट पर भिलाला जाति के वोटर्स का दबदबा रहा है. भिलाला वोटर ही इस सीट पर जीत में अहम भूमिका निभाते हैं. इस लिहाज से कांग्रेस और भाजपा दोनों पार्टियां इस समुदाय को साधने का एक भी मौका नहीं छोड़ रही है. 


सीट का इतिहास
जोबट विधानसभा साल 1951 में अस्तित्व में आई. यहां से पहली बार प्रेमसिंह ने जीत हासिल की. इसके बाद 1957 में गंगा, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, 1962 में रायसिन्हा, सोशलिस्ट पार्टी, 1967 में अजमेर सिंह, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, 1972 अजमेर सिंह, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस,1977 अजमेर सिंह, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, 1980 में अमर सिंह, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (आई), 1985 अजमेर सिंह, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, 1990 अजमेर सिंह, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, 1993 अजमेर सिंह, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, 1998 सुलोचना रावत, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, 2003 माधो सिंह, भारतीय जनता पार्टी, 2008 सुलोचना रावत, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, 2013 माधोसिंह डावर, भारतीय जनता पार्टी, 2018 कलावती भूरिया, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस , 2021 उपचुनाव में सुलोचना रावत, भारतीय जनता पार्टी से इस सीट पर जीत हासिल कर चुकी हैं.