Shajapur Vidhan Sabha Seat: कांग्रेस के गढ़ में 2013 वाला इतिहास दोहरा पाएगी BJP? जानिए इस सीट का समीकरण
Shajapur Vidhan Sabha Seat: मध्य प्रदेश की शाजापुर विधानसभा सीट (Shajapur Seat Analysis) पर वर्तमान में कांग्रेस का कब्जा है. इस बार यहां का क्या समीकरण होगा और इस सीट का क्या इतिहास है यहां जानें.
Shajapur Vidhan Sabha Seat: मध्यप्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है. प्रदेश में 17 नवंबर को वोट डाले जाएंगे. इसी कड़ी में मध्यप्रदेश के शाजापुर सीट पर भी चुनावी हलचल देखी जा रही है. शाजापुर विधानसभा सीट को कांग्रेस का गढ़ कहा जाता है. यहां लंबे समय से कांग्रेस का कब्जा रहा है. कांग्रेस ने इस सीट से हुकुम सिंह कराड़ा को 8वीं बार मौका दिया है.
शाजापुर सीट पर जातिगत समीकरण
जातिगत समीकरण की अगर बात की जाए तो शाजापुर विधानसभा में दलित और मुस्लिम वोटर्स की संख्या सबसे ज्यादा है. यहां इनकी संख्या करीब 90 हजार के आसपास है. वहीं शाजापुर में गुर्जर, पाटीदार, राजपूत, ब्राह्मण, और ओबीस वोटर्स भी काफी निर्णायक भूमिका में होते हैं. इस सीट पर 2 लाख से ज्यादा हिंदू, और 35 हजार से ज्यादा मुस्लिम वोटर्स है.
शाजापुर सीट का राजनीतिक इतिहास
शाजापुर विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस का काफी अच्छी पकड़ मानी जाती है. इस सीट पर कांग्रेस के हुकुम सिंह कराड़ा ने 7 बार चुनाव लड़ा है, जिसमें से उन्हें सिर्फ 2 बार हार का सामना करना पड़ा है. जबकि वो 1993, 98, 2003, 2008 और 2018 में चुनाव जीत चुके हैं. इसी के साथ वो दिग्विजय सिंह की सरकार में तीन बार मंत्री भी रह चुकें है.
2018 में कैसा रहा नतीजा
शाजापुर विधानसभा में 2018 चुनाव के समय कुल 221139 मतदाता थे. जिसमें 114505 पुरुष और 106626 महिला मतदाता थे. इनमें से कुल 184694 लोगों ने मतदान किया था. जिसमें भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस करादा हुकुम सिंह को 89940 वोट पाकर विजयी हुए. वहीं बीजेपी के अरुण भीमावड़ा 44961 वोट पाकर हार गए. जीत हार का कुल अंतर 44979 (24.71%) वोटों का रहा.