MP Election से ठीक पहले दिग्विजय सिंह ने माना मैं नहीं सीएम फेस, पार्टी में टूट की बात भी कबूली
Digvijay Singh Accepted Dispute In Congress: हाल ही में मध्य प्रदेश बीजेपी को 3 अलग भागों में बंट चुका बताने वाले दिग्गविजय सिंह ने अब खुद की पार्टी को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है. उन्होंने कांग्रेस में फूट की बात मानी. साथ ही और भी कई बड़े बयान दिए. देखिए....
MP Election 2023: चुनावी साल में एक तरफ बीजेपी (BJP) पार्टी मजबूत करने में और अपना जनसंपर्क बढ़ाने में जुटी है. दूसरी तरफ चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस (Congress) पार्टी के दिग्गज नेता और पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh Big Statement On Election) ने अपने एक कबूलनामे से कांग्रेस की टेंशन बढ़ा दी है. उन्होंने मीडिया से चर्चा में ये माना कि कांग्रेस ही कांग्रेस को हरा रही है. कांग्रेस कार्यकर्ताओं में एकजुटता नहीं रह गई है. दिग्विजय सिंह के इस एक्सेप्टेंस से प्रदेश में खलबली मच गई है. बीजेपी मजे लेने का मौका नहीं छोड़ रही है.
टिकिट वितरण में हुई थी गलती
दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस में कलह की बात खुलकर स्वीकार कर ली है. पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह बोले कि कांग्रेस लगातार चुनाव हार रही है क्योंकि कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं में एका नहीं है. कांग्रेस ही कांग्रेस को हरा रही है. कांग्रेस पिछले टिकिट वितरण में हुई अपनी अपनी गलतियां सुधारने का मौका देख रही है. इसके साथ ही दिग्गी ने ये भी माना कि वो मध्य प्रदेश चुनाव में सीएम फेस नहीं हैं. सीएम बनने से उन्होंने मना करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री का चेहरा कमलनाथ ही होंगे, मैं मुख्यमंत्री का चेहरा नहीं रहूंगा. कांग्रेस की पिछली टूटन के बाद अबकी बार ठोक बजाकर विधायक बनाएगी कांग्रेस पार्टी.
विंध्य से कौन जीतेगा बाजी
दिग्विजय सिंह ने कहा कि इससे पहले कांग्रेस पार्टी में हुई टूटन को लेकर मंथन जारी है. अबकी बार विंध्य से कौन जीतेगा बाजी, ये बड़ा सवाल है. क्या दिग्गी का विंध्य में डेरा जमाने से कांग्रेस अपनी खोई सियासी जमीन वापिस हासिल कर पाएगी. कांग्रेस फिलहाल इसी कोशिश में जुटी है.
बीजेपी पर लगाए आरोप, अब खुद सवालों के घेरे में
हाल ही में दिग्गी ने बीजेपी में फूट को लेकर बड़ा बयान दिया था. दिग्विजय सिंह ने कहा था कि इस समय मध्य प्रदेश बीजेपी का संगठन 3 अलग भागों में बंट चुका है. पहला भाग सीएम शिवराज सिंह चौहान का है, दूसरा केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया वाला है और तीसरा मोर्चा 'नाराज भाजपा' का है. ये वो लोग हैं जो पार्टी से दुखी हैं. दिग्विजय ने यहां तक कह डाला था कि शिवराज और सिंधिया वाला धड़ा जनसेवा नहीं धनसेवा में लगा हुआ है.