MP Assembly Election: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh)में जैसे- जैसे चुनाव नजदीक आता जा रहा है. वैसे- वैसे सियासी पारा हाई होता जा रहा है. सूबे के मुखिया शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) अपनी लाडली बहना योजना के जरिए महिलाओं को मनाने में जुट गए हैं. इस योजना की किश्त जारी होने के बाद भी सीएम को लगातार महिलाओं को मनाने के लिए सम्मेलन करने पड़ रहे हैं. इसके तहत आज और कल प्रदेश में दो बड़े कार्यक्रम होंगे. आज सीहोर के आष्टा में लाडली बहना सम्मेलन (Ladli Behana Sammelan) होगा और कल से विकास पर्व (Vikas Parva) की शुरुआत होगी. इसकी क्या वजह है क्या महिला वोट बैंक सीएम के हाथों से निकल रहा है? जानिए सीएम का पूरा पैंतरा. 


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लाडली बहना सम्मेलन
मध्य प्रदेश सरकार की सबसे महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक लाडली बहना योजना के जरिए सरकार महिलाओं को साधने का लगातार प्रयास कर रही है. इसके लिए लगातार कार्यक्रम हो रहे हैं. इसी के तहत आज सीहोक के आष्टा में लाडली बहना सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा. सूबे के मुखिया शिवराज सिंह चौहान भी इस सम्मेलन में शामिल होंगे. वे यहां पर लाडली बहना सेना प्रशिक्षण बुकलेट का विमोचन करेंगे और आजीविका मिशन की महिलाओं से संवाद भी करेंगे. 


इसके अलावा दिव्यांगजनों को कृत्रिम अंग वितरण कार्यक्रम के जरिए लगभग 379 हितग्राहियों को उनकी आवश्यकता अनुसार उपकरण दिए जाएंगे. साथ ही साथ बता दें कि यहां पर रोड शो भी होगा. जिसमें व्यावसायिक संगठन, सामाजिक कार्यकर्ता, समाजों के प्रतिनिधि और लाडली बहना सेना की बहनें शामिल होंगी.


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विकास पर्व 
16 जुलाई यानि की कल से भाजपा प्रदेश भर में विकास पर्व की शुरूआत करेगी. यह पर्व 14 अगस्त तक मनाया जाएगा. इस पर्व की शुरूआत बड़वानी जिले से होगी. कहा जा रहा है कि इस पर्व के जरिए सूबे के सीएम शिवराज सिंह चौहान सभी जिलों का दौरा करेंगे. इसमें विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास का कार्यक्रम होगा. मिली जानकारी के अनुसार 2 लाख करोड़ से अधिक के विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन होगा. 


आदिवासी पेशाब कांड
हाल में ही हुए पेशाब कांड के बाद पूरे प्रदेश में हलचल मच गई है. क्योंकि आदिवासी युवक पर पेशाब करने वाला भाजपा नेता निकला. जिसके बाद ये मुद्दा लगभग 15 दिनों तक मीडिया में छाया रहा. इस घटना के बाद सीएम शिवराज की काफी ज्यादा किरकिरी हुई. जिसके बाद ऐसा लग रहा है कि प्रदेश का कंट्रोल केंद्र के हाथों में हो गया है. ऐसे में सीएम शिवराज अब आदिवासियों को छोड़कर महिलाओं को मनाने में जुट गए हैं.


चुनावी समीकरण 
अगर हम लाडली बहना सम्मेलन और विकास पर्व दोनों का राजनीतिक समीकरण देखें तो आगामी विधानसभा चुनाव की वजह से इस पर जोर दिया जा रहा है. लाडली बहना के जरिए यहां पर सीएम शिवराज आधी आबादी यानि की महिलाओं को साधने का प्रयास कर रहे हैं. बड़ा सवाल ये उठता है कि इन योजनाओं के बाद भी सीएम को इतनी जहमत क्यों उठानी पड़ रही है क्या महिलाओं का वोट उनके हाथों से खिसक रहा है? इसके अलावा विकास पर्व के जरिए सीएम और सरकार का ये उद्देश्य है कि विकास कार्यों को जनता को दिखाया जाए और महिलाओं को अपने पाले में किया जाए, ताकि आने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी को इसका लाभ मिल सके. बता दें कि विकास पर्व 14 अगस्त तक चलेगा.