शहडोल/पुष्पेंद्र चतुर्वेदी:आगामी विधानसभा चुनाव से पहले 27 जून को होने वाला PM नरेंद्र मोदी का शहडोल दौरा काफी अहम माना जा रहा है. इसके अलावा ऐसा पहली बार होने वाला है, जब देश का कोई प्रधानमंत्री देसी अंदाज में जनजातीय समुदाय के साथ जमीन पर बैठकर भोजन ग्रहण करेगा. PM मोदी अपने दौरे के दौरान आदिवासियों का पारंपरिक भोजन कोदो भात और कुटकी की खीर खाएंगे. उनके आगमन को लेकर जिले में तैयारियां जोरों पर हैं. 


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दुल्हन की तरह सजाया जा रहा गांव
PM नरेंद्र मोदी वीरांगना रानी दुर्गावती बलिदान दिवस के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए शहडोल आ रहे हैं. उस दिन लालपुर मैदान से जनसभा को संबोधित करेंगे. साथ ही 17 राज्यों के लिए सिकलसेल एनीमिया मिशन का शुभारंभ भी करेंगे. साथ ही कई योजना के हितग्राहियों को लाभ का वितरण करेंगे. उनके कार्यक्रम को देखते हुए पूरे गांव को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है. साथ ही पूरी व्यवस्था भारतीय परंपरा के अनुसार तैयार की जा रही है. इससे पहले साल 2018 में भी PM मोदी लालपुर मैदान पर जनसभा को संबोधित करने आए थे.


पहली बार जमीन पर बैठकर  ग्रहण करेंगे भोजन
ऐसा पहली बार होने वाला है, जब कोई प्रधानमंत्री देशी अंदाज में जनजातीय समुदाय के साथ जमीन पर बैठकर भोजन ग्रहण करेगा. वो यहां मुख्यरूप से कोदो भात और कुटकी की खीर खाएंगे. प्रदेश सरकार इस पूरी व्यवस्था को भारतीय परंपरा के अनुसार तैयार करवा रही है. शहडोल के पकरिया पंचायत के जल्दी टोला में PM नरेंद्र मोदी के लिए जो भोज तैयार किया जा रहा है उसका भी अंदाज ठेठ देहाती होगा. प्रदेश सरकार द्वारा तैयार किए गए भोज मेन्यू को पकाने से लेकर परोसने तक के लिए प्राचीन भारत वाले गांव की सभ्यता को ध्यान में रखा गया है. PM के भोज में मोटा अनाज को विशेष प्राथमिकता दी जा रही है.


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देखें PM मोदी का फूड मेन्यू
राज्य सरकार की ओर से PM मोदी के तैयार फूड मेन्यू में पेय पदार्थ के लिए रोजलेट्टा (अमरु) का शरबत, बेल शरबत और आम के पन्ना को शामिल किया गया है. इसके अलावा कोदो भात, कुटकी खीर, ज्वार मक्के की रोटी, इंद्रहर की कढ़ी, कमल ककड़ी की सब्जी, हल्दी का अचार और महुआ के व्यंजन में खीर या लड्डू को शामिल किया गया है. लकड़ी के चूल्हे में बनने वाले इस पकवान की जांच PM के सुरक्षा मानकों के अनुरूप की जाएगी. PMO से सहमति मिलने के बाद ही इसे भोजन के लिए परोसा जाएगा. 


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PM मोदी का अहम दौरा
बता दें कि PM मोदी का यह दौरा काफी अहम माना जा रहा है. इससे पहले साल 2018 के विधानसभा चुनाव के दौरान भी नवंबर में PM मोदी ने  लालपुर मैदान पर जनसभा को संबोधित किया था. PM मोदी के इस दौरे का विंध्य में अच्छा खासा प्रभाव पड़ा था. विंध्य का शहडोल संभाग आदिवासी बाहुल्य इलाका है. संभाग की 8 विधानसभा सीटों में सिर्फ 1 सीट (कोतमा) सामान्य है बाकी सभी 7 सीटें रिजर्व हैं. इसको ध्यान में रखते हुए 27 जून को PM मोदी का जो दौरा कार्यक्रम बनाया गया है, उसमें जनजातीय समुदाय को खास तवज्जो दी गई है.