MP Assembly elections 2023: चुनाव आते ही नेताओं के दल बदलने का दौर शुरू हो जाता है. ऐसा ही एक और मामला खंडवा से आया है. पिछले विधानसभा चुनाव में पंधाना विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ी अनुसूचित जनजाति वर्ग से कांग्रेस की नेता छाया मोरे ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. मूलतः खरगोन जिले की भीकनगांव तहसील की रहने वाली छाया मोरे ने अपने इस्तीफे में कहा कि, पार्टी संगठन द्वारा विधानसभा क्षेत्र में पार्टी विरोधी काम करने वाले लोगों को तवज्जो दी गई है. शिकायत करने के बावजूद संगठन ने कोई कार्रवाई नहीं की इसलिए वह असंतुष्ट होकर पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रही है.


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छाया मोरे ने इस वजह से दिया इस्तीफा
जिला कांग्रेस अध्यक्ष अजय ओझा को भेजे गए इस्तीफे में उन्होंने बताया है कि, मैं कांग्रेस की सक्रिय सदस्य होने के साथ ही पीसीसी में डेलीगेट भी हूं. कुछ दिन पहले पंधाना विधानसभा में जो ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्ति की गई, उनके द्वारा 2018 विधानसभा चुनाव में पार्टी के अधिकृत उम्मीदवार के सामने निर्दलीय प्रत्याशी को चुनाव लड़वाया और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का पुतला दहन किया था. ऐसे लोगों की शिकायत करने के बाद भी उन्हें पद से नहीं हटाया गया इसीलिए मूल कांग्रेसी कार्यकर्ताओं में असंतोष और नाराजगी है.


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इस मामले पर कांग्रेस के जिला अध्यक्ष का कहना है कि, हमने उन्हें मनाने के प्रयास किए लेकिन उन्होंने कुछ बिंदुओं पर अपनी नाराजगी जताई है और अपने फैसले पर अडिग रहने की बात कही. बता दें कि छाया मोरे पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी की टिकट पर पंधाना से विधानसभा चुनाव लड़ी थीं.  इस बार भी उनकी मजबूत दावेदारी थी. कांग्रेस छोड़ने के पीछे उन्होंने संगठन की और विधानसभा क्षेत्र में पार्टी विरोधी काम करने वाले नेताओं और कार्यकर्ताओं को तवज्जो देने की बात कही.  छाया मोरे अरुण यादव की समर्थक मानी जाती थीं.


रिपोर्टर- प्रमोद सिन्हा