MP BJP Vikas Yatra: मध्य प्रदेश में बीजेपी इन दिनों विकास यात्रा निकाल रही है. कहीं इसे समर्थन तो कहीं विरोध का सामना भी करना पड़ रहा है. सतना जिले में यात्रा को विरोध का सामना करना पड़ा. इस पर भी अब सियासत के रंग चढ़ रहे हैं. इसे BJP शाजिस बता रही है. वहीं कांग्रेस ने इसपर निशाना साधते हुए इसे शिवराज सरकार के 18 साल के कामों का रिटर्न गिफ्ट (Return Gift To Shivraj Sarkar) बताया है.


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कांग्रेस ने बताया रिटर्न गिफ्ट
सतना में भी सातों विधानसभा में अलग-अलग यात्रा निकल रही है. मगर ,चित्रकूट और रैगांव विधान सभा क्षेत्र में विकास यात्रा का कई जगह विरोध हो रहा है. चौपालों में हंगामे की स्थिति बन रही. आम जन सरकार की योजनाओं की पोल खोल रहे और तू-तू मैं-मैं की स्थिति बन रही. दोनों विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस के विधायक हैं. ऐसे में भाजपा इस विरोध को शाजिस बता रही जबकि कांग्रेस सरकार को 18 साल के झूठे विकास का रिटर्न गिफ्ट कह रहे.


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कहां-कहां हो रहा विरोध
कही राशन की समस्या बताकर चौपाल में मौजूद लोग जनप्रतिनिधियों और प्रशासन से सवाल जबाब कर रहे तो कहीं सड़क बिजली और पानी को लेकर. चित्रकूट के झरी मलगौसा गांव में जमकर विरोध हुया तो बरौधा में चौपाल में हंगामा हो गया. हंगामा इतना बढ़ा की पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा. भाजपा नेताओं की मानें तो ये विरोध आमजन का नहीं बल्कि कांग्रेस द्वारा साजिशन भेजे गए कार्यकर्ता कर रहे हैं.


यही हाल रैगांव विधानसभा क्षेत्र में चल रहा. रौड गांव में विकास यात्रा की चौपाल में जमकर हंगामा हुया. हंगामा ऐसा बढ़ा की चौपाल ही रद्द करनी पड़ी. पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह सहित स्थानीय नेता विकास यात्रा की अगुआई कर रहे तो रैगांव में पूर्व विधानसभा प्रत्याशी प्रतिमा बाग़री दोनो की जमकर छीछालेदर हो रही.


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चुनावी साल में चढ़ा पारा
बहरहाल चुनावी वर्ष में निकल रही विकास यात्रा को लेकर राजनीतिक पारा बढ़ा है. जनप्रतिनिधियों के साथ टिकट के दावेदार इस यात्रा में जुड़कर अपना वर्चस्व दिखाने कोई कोर कसर नही छोड़ रहे और विपक्ष में मौके की ताक में बैठा है कि कब उसे यात्रा को लेकर सरकार पर प्रहार का मौका मिले. ऐसे में दोनों दल एक दूसरे पर निशाना साधने में लगे हैं.