MP Board: 10वीं-12वीं बोर्ड परीक्षा के छात्रों के लिए बड़ी खबर, परीक्षा पैटर्न में हुआ बड़ा बदलाव, जानिए
Board exam: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में आने वाली 1 मार्च से बोर्ड परीक्षाएं (Board exam) शुरू होने वाली हैं. इससे पहले बोर्ड ने परीक्षा पैटर्न में बदलाव किया है. बोर्ड के मुताबिक इस बार की परीक्षा A,B,C,D सेटों में होगी. यानि की इसमें चार सेट रहेंगें.
MP Board exam 2023: आने वाले 1 मार्च से एमपी बोर्ड की 10 वीं और 12 वीं की परीक्षा स्टार्ट होने जा रही है. इससे पहले बोर्ड ने परीक्षाओं के पैटर्न में बहुत कुछ बदलाव (exam pattern change )किया है. इस बार आयोजित होने वाली बोर्ड परीक्षाओं में इंटर की परीक्षा 4 सेटों में की जा रही है. इस परीक्षा में कुल चार सेट होंगे. जो A,B,C और D होंगे इसके अलावा बोर्ड परीक्षा की उत्तर पुस्तिका 20 पेज की जगह 32 पेजों की होगी. इसे लेकर के माध्यमिक शिक्षा मंडल (Board of Secondary Education)ने अपना दिशा निर्देश जारी कर दिया है.
32 पेजों की होगी कॅापी
इस बार एमपी बोर्ड परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों को 20 पेजों की कॅापी के बजाय 32 पेजों की कॅापी दी जाएगी. ऐसा कहा जा रहा है कि इसके बाद छात्रों को एक्स्ट्रा कॅापी लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी. हालांकि नए नियमों में ये भी तय किया गया है कि इस बार बच्चों को एक्स्ट्रा कॅापी भी नहीं दी जाएगी.
सीबीएसई के तर्ज पर होगी परीक्षाएं
पैटर्न बदलने के बाद ये कहा जा रहा है कि सीबीएसई के तर्ज पर प्रश्नपत्र तैयार किए जा रहे हैं. इस बार माध्यमिक शिक्षा मंडल 12 वीं की परीक्षा में शामिल होने वाले बच्चों को A,B,C और D चार सेटों में प्रश्नपत्र दिए जाएंगे. लेकिन ये भी कहा जा रहा है कि प्रश्न पत्र सेट एक जैसा ही होगा बस अलग - अलग सेट में सवालों के क्रम में बदलाव किया जा रहा है. बोर्ड ने बताया कि ऐसा करने से नकल की संभावना कम रहेगी.
सीसीटीवी कैमरों से होगी निगरानी
आने वाले 1 मार्च से इस बार एमपी बोर्ड की परीक्षाएं होंगी. परीक्षाओं को लेकर एमपी बोर्ड ने पैटर्न में बदलाव किया है. 10 वीं और 12 वीं की परीक्षा ने बोर्ड ने लगभग सारी तैयारियां पूरी कर ली है. इसके अलावा जितने भी परीक्षा केंद्र बनेंगे सभी पर सीसीटीवी कैमरे से निगरानी की जाएगी. ताकि नकल पर विराम लग सके. साथ ही साथ इस बार मंडल मुख्यालय में नियंत्रण कक्ष भी तैयार किया है. जहां पर प्रदेश भर की परीक्षा केंद्रों की निगरानी की जाएगी. इससे बोर्ड परीक्षाएं आसानी से संपन्न होंगी.