आकाश द्विवेदी/भोपालः मध्य प्रदेश के छात्रों के लिए अच्छी खबर सामने आई है. अब एमपी बोर्ड के छात्रों को नई शिक्षा नीति के तहत विषय (subject) चुनने की आजादी होगी. माध्यमिक शिक्षा मंडल (Board of Secondary Education) यह बदलाव जल्द करने जा रहा है. इसका लाभ आगामी सत्र से मिलेगा. इसका फायदा उन छात्रों को मिलेगा, जो परंपरागत विषय में रुचि नहीं होने की वजह से अपनी पंसद का विषय नहीं पढ़ पा रहे हैं. 


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विषय चुनने की होगी आजादी
एमपी बोर्ड में नई शिक्षा नीति लागू होने के बाद से छात्रों को गणित का टेंशन दूर होगा. यानी 10वीं कक्षा के ऐसे छात्र जो आगे गणित विषय नहीं पढ़ना चाहते हैं, उन छात्रों के लिए आगामी सत्र से बड़ी सौगात मिलेगी और उन्हें विषय चुनने की आजादी होगी. अब एमपी बोर्ड के छात्र विदेशी भाषा भी पढ़ सकते हैं. विदेशी भाषाओं में मुख्य रूप से फ्रेन्च, जर्मन, स्पेनिश और रशियन भाषा चुनने के विकल्प होंगे. इससे अन्य देशों में उच्च शिक्षा ग्रहण करने वाले छात्रों को फायदा होगा. 


पश्चचिमी देशों की तरह रहेगा लचीलापन
पश्चिमी देशों की तरह एमपी बोर्ड भी सब्जेक्ट सेलेक्शन में लचीलापन लाएगा. स्टूडेंट्स चाहे तो मैथ ,फिजिक्स ,साइंस के साथ म्यूजिक विषय भी पढ़ सकेंगे. यह पहल उन छात्रों के लिए उपयोगी होगी, जो परम्परागत विषयों में अरुचि होने के कारण अपनी पसंद का विषय नहीं पढ़ पा रहे हैं. कक्षा 12वीं के स्टूडेंट्स वर्तमान समय की मांग के अनुसार कुछ अतिरिक्त विषय इंजीनियरिंग ग्राफिक्स, इंटरप्रेन्योरशिप, लीगल स्टडीस,ए प्लाईड मैथेमेटिक्स के रूप में ले सकेंगे.


हाईस्कूल के छात्र कर सकेंगे इन विषयों का चयन
हाईस्कूल के छात्रों के लिए भी जल्द ही अतिरिक्त विषय के रूप में ऐसे विषय होंगे, जिससे उन्हें हायर सेकेण्डरी में अपनी पसंद की फैकल्टी चुनने में मदद मिलेगी. यदि हाईस्कूल का स्टूडेंट चाहे तो वह वाणिज्य संकाय के विषय जैसे बुक कीपिंग, पेंटिंग, होम साइंस, कम्प्यूटर एप्लीकेशन जैसे सब्जेक्ट में से कोई एक सब्जेक्ट ले सकेगा.


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