Shivraj Government Took Loan From RBI: भोपाल। मध्य प्रदेश में बजट से पहले शिवराज सरकार लगातार कर्ज लेती जा रही है. पिछले एक महाने में 3 बार में 8000 हजार करोड़ का कर्ज लेने के बाद एक बार फिर 3000 करोड़ का कर्ज लेने जा रही है. ऐसे में सरकार के सिर पर एक महीने में 11000 हजार करोड़ का कर्ज चढ़ रही है. जबकि, इससे पहले ही मध्य प्रदेश पर पहले सी ही 3 लाख करोड़ का कर्ज है.


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3 हजार करोड़ रुपये का कर्ज
28 फरवरी को 20 साल के लिए आईबीआई के माध्यम से सरकार 3000 करोड़ रुपए का कर्ज लेगी. इस पैसे को 1 मार्च 2043 तक चुकाना होगा. इसके पहले 31 जनवरी, 4 फरवरी और 14 फरवरी सरकार कर्ज ले चुकी है. दावा किया जा रहा है कि ये पैसे विकास योजनाओं आगे बढ़ाने के लिए लिया जा रहा है.


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पहले लिए गए तीन कर्ज
- 31 जनवरी को 2000 करोड़ का कर्ज लिया गया
- 4 फरवरी को 3000 करोड़ का कर्ज लिया गया
- 14 फरवरी को 3000 करोड़ का कर्ज लिया गया
- अब 28 फरवरी को सरकार फिर से 3000 करोड़ रुपये का कर्ज लेने जा रही है


अधिसूचना प्रकाशित
इस तरह से बजट से पहले मध्य प्रदेश सरकार ने चार बार में 11000 हजार करोड़ रुपये का कर्ज लिया है. इसमें से अभी 9 हजार करोड़ रुपये लिए जा चुके हैं. 3000 हजार करोड़ रुपये लिए जाएंगे. इस संबंध में वित्त विभाग ने राजपत्र में अधिसूचना प्रकाशित की है.


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3 लाख करोड़ से ज्यादा का कर्ज
मध्य प्रदेश पर अभी तीन लाख करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज है. वित्त विभाग के आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल 2022 की स्थिति में सरकार के ऊपर 2 लाख 95 हजार करोड़ रुपये का ऋण था. इसके बाद जून 2022 से नवंबर 2022 तक 12 हजार करोड़, जनवरी 2023 में 2000 करोड़ और फरवरी में दो बार में 6 हजार करोड़ रुपये का कर्ज लिया गया. इसमें अब 3 हजार करोड़ रुपये और जुड़ने वाले हैं.