Madhya Pradesh-Chhattisgarh Foundation Day Stories: 1 नवंबर को मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ का स्थापना दिवस है. 1 नवंबर 1956 को फजल अली की अध्यक्षता में बनी प्रथम राज्य पुनर्गठन आयोग की रिपोर्ट के बाद मध्यप्रदेश की स्थापना हुई थी. तत्कालीन पीएम नेहरू जी ने प्रदेश को मध्य प्रदेश नाम दिया था. हालांकि 31 अक्टूबर 2000 को मध्यप्रदेश का कुछ हिस्सा अलग हो गया. जिसके बाद एक नया राज्य बना है.जिसका नाम पर छत्तीसगढ़ था. बता दें कि जब मध्यप्रदेश से छत्तीसगढ़ अलग हो गया तो वहां के लोगों को एक नया राज्य तो मिल गया, लेकिन पूरे मध्यप्रदेश में अंधेरा हो गया था. दरअसल छत्तीसगढ़ के अलग होने के बाद मध्यप्रदेश में बिजली की बहुत ज्यादा समस्या हो गई थी.


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MP 67th Foundation Day: मध्य प्रदेश के स्थापना में क्यों लगे थे 34 महीने? जानिये विलय और निर्माण की पूरी कहानी 


सभी बिजली संयंत्र चले गए थे छत्तीसगढ़ 
दरअसल, 2018 में एमपी के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा था कि तत्कालीन अजीत जोगी के नेतृत्व वाली छत्तीसगढ़ सरकार ने मध्य प्रदेश को बिजली नहीं दी थी. बंटवारे के बाद सभी बिजली संयंत्र छत्तीसगढ़ चले गए थे. जिसके चलते मध्य प्रदेश में बिजली की कमी हो गई थी.


जोगी के चलते एमपी में बिजली संकट 
राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह (Rajya Sabha MP Digvijay Singh) ने दावा किया था कि उन्होंने उस समय तत्कालीन छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री जो कांग्रेस पार्टी से ही थे. उनसे मध्य प्रदेश के लिए बिजली की मांगी थी,लेकिन उन्होंने मध्य प्रदेश को बिजली नहीं दी थी और नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली तत्कालीन गुजरात सरकार को सस्ती बिजली दे दी थी. इसी के चलते मध्य प्रदेश में बिजली का संकट पैदा हो गया था और बिजली संकट के चलते ही मध्यप्रदेश से उनकी सरकार चली गई थी. अगर छत्तीसगढ़ सरकार उनको बिजली दे देती तो दिग्विजय सिंह की सरकार नहीं जाती और विधानसभा चुनाव में उनकी ही जीत होती.