प्रमोद शर्मा/भोपाल: भोपाल में हड़ताल कर रहे स्वास्थ्य विभाग के संविदा कर्मचारियों को अपराधियों की तरह रस्सी से बांधकर गिरफ्तार करने के मामले में अब राजनीति तेज हो गई है. गौरतलब है कि जेपी अस्पताल में स्वास्थ्य मंत्री डॉ प्रभुराम चौधरी को घेराव इन संविदा कर्मचारियों ने किया था. इसे घेराव को लेकर बदले की गिरफ्तारी की गई है. वहीं  संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों की गिरफ्तारी पर पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने नाराजगी जताई है.


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अरुण यादव ने किया ट्वीट
पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने ट्वीट कर लिखा कि अपनी उचित मांगों को लेकर पिछले कई दिनों से प्रदर्शन कर रहे संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी जब स्वास्थ्य मंत्री से मिलने गए तो उनकी बात सुनने की जगह उन्हें गिरफ्तार कर आदतन अपराधियों की तरह रस्सी से बांधकर पुलिस ले गई.



दर्जन भर कर्मचारी हुए गिरफ्तार 
बताया जा रहा है कि जेपी हॉस्पिटल में स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर प्रभु राम चौधरी के घेराव के बाद पुलिस जेपी हॉस्पिटल पहुंची और 10 से ज्यादा प्रदर्शनकारियों को अपराधियों की तरह रस्सी से बांधकर ले गई. गिरफ्तार किए गए प्रदर्शनकारियों में तीन महिलाएं भी शामिल है.


कांग्रेस ने शर्मनाक बताया



जानिए क्या था मामला
दरअसल स्वास्थ्य मंत्री डॉ प्रभु राम चौधरी भोपाल में जिला चिकित्सालय के विजिट पर थे. अब स्वास्थ्य विभाग के संविदा कर्मचारी यहां पर भी विरोध कर रहे थे. स्वास्थ्य मंत्री को देख संविदा कर्मचारी अपनी मांग दोहराने लग गए. मंत्री जी ने कर्मचारियों को आश्वसान दिया लेकिन कर्मचारी नहीं माने. इसी दौरान स्वास्थ्य मंत्री के चारों ओर प्रदर्शनकारियों की भीड़ इकट्ठा हो गई, औऱ उन्होंने मंत्री का घेराव कर दिया. पुलिस जैसे-तैसे मंत्री जी को भीड़ से निकाला और उन्होंने रवाना कर दिया.