MP Education News: भोपाल। कई मामलों और कुछ कोर्स के लिए मध्य प्रदेश को शिक्षा का हब माना जाता है. यहां देशभर से बच्चे पढ़ाई करने के लिए आते हैं. लेकिन, इन दिनों प्रदेश के ही छात्रों का यहां की शिक्षा से भरोसा उठने लगा है. ऐसा इसलिए कहा जा रहा है कि नए सत्र को शुरू हुए करीब 4 महीने बीत चुके हैं और अभी भी प्रदेश के कॉलेजों में काउंसलिंज जारी है. लेकिन, सीटें नहीं भर पा रही है. अभी कॉलेजों में करीब 4 लाख सीट खाली हैं.


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कॉलेज शिक्षा से मोह भंग
मध्य प्रदेश की उच्च शिक्षा से युवाओं का मोहभंग हो गया है. BA, BCOM, BSC, MA,MSC जैसी उच्च शिक्षा कोर्स में युवा एडमिशन नहीं ले रहे हैं. लाख कोशिश के बाबजूद उच्च शिक्षा विभाग कॉलेज की सीट नहीं भर पाया. इस कारण कहा जा रहा है. कॉलेज शिक्षा सें युवाओं का मोहभंग हो रहा है. शिक्षा का कबाड़ा फैला हुआ है. आठ राउंड बाद भी चार लाख के आसपास सीट खाली रह गई है.


8 राउंड के बाद भी 4 लाख सीट खाली
पिछले लंबे समय के इतिहास में पहली बार प्रवेश में कॉलेजों में एडमीशन के लिए आठ राउंड चलाये गए. लेकिन, कॉलेजो में 3 लाख 98 हजार 99 सीट खाली रह गयीं. बता दें मध्य प्रदेश में शासकीय और प्राइवेट 1373 कॉलेज है.


ग्रेजुएशन की स्थिती
यूजी में 7 लाख 63 हजार 6 सीट है, जिनमे 4 लाख 41 हजार, 657 एडमिशन हुए हैं, यूजी में 3 लाख 21 हजार 349 सीट खाली है.


पीजी की स्थिती
पीजी में 2 लाख 28 हजार 625 सीट पर 1 लाख 51 हजार 875 छात्रों ने प्रवेश लिया है, जबकि 76 हजार 750 सीट अबतक खाली है.


उठ रहे सवाल
क्या एमपी की उच्च शिक्षा रोजगार मुखी नहीं बची है या शिक्षा की गुणवत्ता युवाओ को पसंद नही आ रही है. इसीलिए एमपी की उच्च शिक्षा से एमपी के युवाओं मोहभंग हो गया और पढ़ाई के लिए बाहर जा रहे है.