MP Election 2023: विंध्य में बीजेपी-कांग्रेस का खेल बिगाड़ेगी ये पार्टी, 30 सीटों पर पड़ेगा सीधा असर!
MP Election 2023: मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले एक और नई पार्टी की एंट्री हो चुकी है. जो विंध्य मे काफ़ी मजबूत मानी जा रही है. मध्यप्रदेश की नई पार्टी विंध्य जनता पार्टी को दो गन्ना 1 किसान चुनाव चिन्ह मिला है.
मैहर: मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले एक और नई पार्टी की एंट्री हो चुकी है. जो विंध्य मे काफ़ी मजबूत मानी जा रही है. मध्यप्रदेश की नई पार्टी विंध्य जनता पार्टी को दो गन्ना 1 किसान चुनाव चिन्ह मिला है. जिसके बाद से आज मैहर विधायक नारायण त्रिपाठी का बयान सामने आया है. मैहर विधायक नें बताया कि मध्यप्रदेश में भाजपा को आने से रोकना ही इसका मकसद है. इसके साथ ही यह भी कहा कि सभी पार्टियों को इण्डिया गांठबंधन की तरह एक हो कर मध्यप्रदेश मे भाजपा को रोकने का काम करना चाहिए.
गौरतलब है कि बीते दो वर्षों से मैहर विधायक नारायण त्रिपाठी के द्वारा नई पार्टी बनाने का प्रयास किया जा रहा था, जो चुनाव के समय ही पूरा हो गया है. जिसके बाद मैहर विधायक नारायण त्रिपाठी ने कहा कि रामराज्य की स्थापना करना ही पहला मकसद है और विंध्य जनता पार्टी प्रदेश में भाजपा को हराने का काम करेगी.
कांग्रेस में जाने को लेकर क्या कहा
इसके साथ ही कांग्रेस में जाने की बात को लेकर नारायण त्रिपाठी ने कहा कि मेरे राजनैतिक संबंध सबसे है और मैं संबंध बना कर रखता हूं. वहीं बताया कि विंध्य जनता पार्टी रीवा शहडोल संभाग के 30 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी. इसके साथ ही भोपाल के 5 विधानसभा सीटों पर भी चुनाव लड़ने का काम पार्टी करेंगी. राजधानी भोपाल मे चुनावी तैयारी को लेकर कार्यकर्ताओं के साथ बैठक भी की जाएगी.
बीजेपी की मुश्किल बढ़ेगी
आपको बता दें कि विंध्य पुनर्निर्माण के आन्दोलन से विंध्य क्षेत्र के दिग्गज नेताओं में नारायण त्रिपाठी माने जाते हैं. विंध्य में ब्राह्मण वोटर की संख्या ज्यादा है. इससे कयास लगाए जा रहे है कि नारायण त्रिपाठी की अलग पार्टी के आ जाने से भाजपा की मुश्किलें बढ़ सकती है.
MLA नारायण त्रिपाठी को जानिए
वर्तमान में नारायण त्रिपाठी BJP की टिकट से मैहर विधानसभा सीट से विधायक हैं. हालांकि, अब उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. चुनाव से पहले नारायण ने अपनी अलग पार्टी बनाने का ऐलान भी कर दिया था. जब उन्होंने BJP से इस्तीफा दिया तो अटकलें थी कि वे कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं. वे इसके लिए कांग्रेस दफ्तर भी पहुंचे लेकिन उनकी दाल वहां नहीं गली. नारायण त्रिपाठी विंध्य क्षेत्र से बड़ा ब्राह्मण चेहरा हैं. वे लंबे से विंध्य को अलग प्रदेश बनाने की मांग कर रहे हैं. इसी मांग के चलते उन्होंने पार्टी भी छोड़ दी.
रिपोर्ट- प्रशांत मिश्रा