MP Election tribal vote 2023: मध्यप्रदेश में  17 नवंबर को हुए विधानसभा चुनाव के मतदान में प्रदेश में जहां कुल वोटिंग का प्रतिशत 77.15% के पार रही तो वहीं आदिवासी इलाकों में लगभग सभी जगह बंपर वोटिंग हुई है. इन आदिवासी इलाकों में 85 से लेकर 90% तक मतदान हुआ है. जिससे बीजेपी और कांग्रेस में खलबली मच गई है. कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही अंदाजा लगा रहे हैं. वहीं पिछले साल के चुनाव से तुलना की जाए तो जब आदिवासियों का वोटिंग प्रतिशत बढ़ा था तो प्रदेश में सरकार पलट गई थी. देखना होगा क्या इस बार फिर ऐसा ही कुछ होने वाला है.


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कई घटनाओं के बीच बंपर वोटिंग 
बता दें कि चुनाव से ठीक पहले तक एमपी में आदिवासियों पर अत्याचार की काफी खबरें सामने आई थी. अब फिर चाहे वो पेशाब कांड हो, आदिवासियों की अनूपपुर-इंदौर में पिटाई का वीडियो वायरल होना हो या आदिवासी नाबालिग दो मासूम बच्चियों के साथ गैंगरेप का मामला सामने आया हो. इन सब के बीच आदिवासियों ने बंपर वोटिंग की है. जिससे बीजेपी की टेंशन बढ़ रही है. वहीं अंदर खाने में तो इसकी चर्चा भी है कि इन सबके बाद भी आदिवासियों का साथ बीजेपी को मिला तो सरकार बनना तय है.


आदिवासियों के हाथ में सत्ता की चाबी!
गौरतलब है कि साल 2018 के विधानसभा चुनाव में भी आदिवासी इलाकों में मतदाताओं ने मतदान में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया था. जहां सबसे अधिक 89.13 % वोटिंग का रिकॉर्ड रतलाम के सैलाना के नाम रहा था. इस बार भी दूरस्थ अंचल के शहडोल, रतलाम, डिंडोरी, अनूपपुर, और धार जैसे आदिवासी इलाकों ने बड़ी संख्या में मतदान किया 


आदिवासी क्षेत्रों में टॉप 10 वोटिंग वाले इलाके
- सैलाना 90.10 % (सैलाना इस बार भी वोटिंग के मामले में प्रदेश में पहले नंबर पर रहा)
- अमरवाड़ा 88.63 %
- बरघाट 86 .63%
- थांदला 86 .97%
- पांढुर्ना 86.21%
- रतलाम ग्रामीण 86 .20%
- जुन्नारदेव 85 .63%
- बैहर 85 .16%
- टिमरनी 84 .61%


रिपोर्ट - प्रमोद शर्मा