MP Election: मध्य प्रदेश में बीजेपी ने पांचवीं लिस्ट में 29 विधायकों के टिकट काट दिए, जिसमें भिंड से विधायक संजीव कुशवाहा का नाम भी शामिल था. टिकट कटने के बाद से ही संजीव कुशवाहा के तेवर बगावती नजर आ रहे हैं, खास बात यह है कि अब उनके पिता और पूर्व सांसद रामलखन सिंह ने भी उनका हौसला बढ़ाया है. उनका कहना है कि पैसे की चिंता नहीं करना क्योंकि अब सवाल इज्जत का है. 


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सवाल इज्जत का है 


दरअसल, डॉ. रामलखन सिंह ने भावुक होते हुए विधायक संजीव सिंह से कहा है 'कार्यकर्ताओं से माफी मांगो और एक बार फिर से चुनाव मैदान में जाओ. नतीजा जो भी हो मैं नतीजे पर नहीं जाना चाहता. मुझे सभी कार्यकर्ताओं की ताकत पर भरोसा है और संजू को ये भरोसा दिलाना चाहता हूं कि इसकी चिंता मत करना कि हमारे पास पैसा है की नहीं है. मैं तुम्हारे पीछे खड़ा हूं, मेरा पूरा परिवार खड़ा है, हम कुछ भी कर डालेंगे आज क्योंकि अब सवाल इज्जत का है. इसलिए कुछ भी करेंगे.'


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BSP से BJP में आए थे संजीव कुशवाहा 


बता दें कि साल भर पहले भिंड से बसपा के विधायक संजीव सिंह कुशवाह पार्टी छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गये थे, लेकिन जैसे ही विधानसभा चुनाव के टिकटों की घोषणा हुई तो बीजेपी ने संजीव सिंह का टिकट काट कर पूर्व विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाह को प्रत्याशी बनाया है. इसके बाद से ही विधायक संजीव सिंह के तेवर बगावती लग रहे हैं. 


निर्दलीय लड़ सकते हैं चुनाव 


संजीव कुशवाहा ने टिकट कटने को लेकर कहा कि उनके साथ बीजेपी ने षड्यंत्र और विश्वासघात किया है. माना जा रहा है कि वह जल्द ही भिंड विधानसभा सीट से निर्दलीय विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं. हालांकि अभी तक उन्होंने पत्ते नहीं खोले हैं. खास बात यह है कि भिंड में अगर संजीव कुशवाहा निर्दलीय चुनाव लड़ते हैं तो यहां मुकाबला दिलचस्प हो जाएगा. क्योंकि यहां बसपा का भी अच्छा होल्ड है. 


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