MP Election: मध्य प्रदेश चुनाव से पहले BJP को भारी पड़ सकती है ये गलती, नाराज हुए OBC मोर्चा के अध्यक्ष
शिवराज सरकार के ओबीसी हितैषी बनने के वादों के बीच BJP OBC मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष नारायण सिंह कुशवाह ने अपनी ही पार्टी के खिलाफ बड़ा आरोप लगाया है. उनका बयान सामने आने के बाद प्रदेश की सियासी गलियारों में हलचल मच गई है.
भोपाल/प्रमोद शर्मा: शिवराज सरकार के ओबीसी हितैषी बनने के वादों के बीच BJP OBC मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष नारायण सिंह कुशवाह ने अपनी ही पार्टी के खिलाफ बड़ा आरोप लगाया है. उनका बयान सामने आने के बाद प्रदेश की सियासी गलियारों में हलचल मच गई है. माना जा रहा है कि सत्ता धारी दल BJP के सबसे बड़े वर्ग ओबीसी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष नारायण सिंह कुशवाह अपनी पार्टी से नाराज हैं क्योंकि उन्होंने अपनी ही पार्टी, सरकार और नेताओं को घेरा है.
राजधानी भोपाल में आयोजित कुशवाह सामज की प्रांतीय सम्मलेन में ओबीसी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष नारायण सिंह कुशवाह ने BJP नेताओं पर कुशवाह समाज की सुनवाई न करने का आरोप लगाया. बिना नाम लिए उन्होंने भोपाल मे आयोजित कुशवाह सम्मलेन को लेकर कहा कि कुशवाह सम्मलेन में सिर्फ बीजेपी के नेताओं क्यों हुए शामिल. बाकी दल के नेता क्यों नहीं आए. इसके साथ ही उन्होंने कुशवाह सामाज के लोगों के साथ घटित घटनाओं में न्याय न मिलने का आरोप लगाया है.
बंधुआ-मजदूर न बनें
नारायण सिंह कुशवाह ने कहा कि बीजेपी हो या अन्य दल कुशवाह समाज के लोग किसी भी पार्टी के बंधुआ-मजदूर न बनें. अब उनके बयान के बाद हैरत की बात ये सामने आ रही है कि बीजेपी ओबीसी वर्ग के प्रदेश अध्यक्ष नारायण सिंह अपनी बात और वर्ग को अनदेखा करने को लेकर दिग्गज नेताओ को अवगत करा चुके हैं. सुनवाई न होते देख उन्होंने पार्टीकी गाइड लाइन को साइड लाइन किया था.
मुश्किल में घिरी BJP
पहले ही OBC वर्ग को 27% आरक्षण के मामले में BJP सरकार घिरी हुई है. इस बीच अब ओबीसी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष नारायण सिंह कुशवाह का अपनी ही सरकार को लेकर ये बयान सामने आया है, जिसके बाद शिवराज सरकार फिर मुश्किलों में घिर गई है. इसके साथ ही साथ शिवराज के चुनावी सम्मेलनों पर सवाल भी उठने लगे हैं. बता दें कि एमपी में OBC वर्ग की आबादी लगभग 52% से ज्यादा है.
आदिवासी दिवस पर हाई हुआ पारा
9 अगस्त को मनाए जा रहे आदिवासी दिवस पर भी सियासी पारा चढ़ गया है. MP PCC चीफ कमलनाथ ने आदिवासियों को विदेशी बताना आदिवासियों का अपमान करार दिया है. साथ ही उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के आंकड़ों के मुताबिक मप्र में आदिवासियों पर सबसे ज्यादा अत्याचार हुए हैं. आदिवासी हमारे मध्य प्रदेश के मूल निवासी हैं, उन्हें विदेशी या अलग-अलग नाम से पुकारना आदिवासियों का अपमान है.आज विश्व आदिवासी दिवस है, लेकिन ये दुख की बात है कि देश भर में सबसे ज्यादा अत्याचार प्रदेश के आदिवासियों पर हो रहे हैं. ये हालात हैं, यह किसी से भी छुपा हुआ नहीं है.