MP Politics: छत्तीसगढ़ के बाद MP में भी होगा खेला! क्या मध्य प्रदेश में भी बनने वाले हैं डिप्टी CM?
MP Assembly Elections 2023: छत्तीसगढ़ की राजनीति में बुधवार को बड़ा बदलाव देखने को मिला. TS सिंहदेव को दिल्ली में अचानक डिप्टी सीएम का पद दे दिया गया. इसके बाद से अब मध्य प्रदेश में भी इसका असर दिखने की चर्चाएं शुरू हो गई हैं. सियासी गलियारों में चर्चाएं होने लगी हैं कि छत्तीसगढ़ के बाद जल्द ही मध्य प्रदेश में भी खेला देखने को मिल सकता है.
MP Political News: मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ समेत देश के पांच राज्यों में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले सियासी हलचल तेज हो गई है. दिल्ली में कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्षता में बुधवार को बैठकों का दौर शुरू हुआ. इस बैठक में शामिल होने के लिए जहां छत्तीसगढ़ से CM भूपेश बघेल, मोहन मरकाम, टीएस सिंहदेव आदि पहुंचे तो वहीं मध्य प्रदेश से PCC चीफ कमलनाथ भी इस मीटिंग में शामिल हुए. कमलनाथ दो दिनों तक दिल्ली में जुटे रहे. इस बीच सियासी गलियारों में चर्चाएं होने लगी कि क्या मध्य प्रदेश को भी जल्द डिप्टी CM मिलने वाला है.
MP कांग्रेस में होगा बदलाव
कमलनाथ के दूसरे दिन के दौरे को लेकर राजनीतिक गलियारों में मध्य प्रदेश में भी बदलाव की चर्चाएं तेज हो गई हैं. माना जा रहा है कि पार्टी में मचे अंदरूनी घमासान और नाराज नेताओं को मनाने के लिए पार्टी में बड़ा बदलवा हो सकता है.साथ ही पार्टी के कई नेताओं के बीच चल रहे आपसी मनमुटाव को कम करने के लिए भी फैसला लिया जा सकता है. ये तो साफ है कि अरुण यादव,अजय सिंह राहुल समेत कई नेता पार्टी से अपनी नाराजगी जाहिर कर चुके हैं.
दरअसल, ऐसा इसलिए भी माना जा रहा है क्योंकि छत्तीसगढ़ कांग्रेस के दिग्गज नेता टीएस सिंहदेव का पार्टी से मनमुटाव चल रहा था. 2018 में ढाई-ढाई साल के कॉन्सेप्ट पर छत्तीसगढ़ में CM पद के दो दावेदार थे. ढाई साल पूरे होने पर पद नहीं मिलने पर छत्तीसगढ़ की राजनीति में उलटफेर के खबरें सामने आई थीं, लेकिन मामला शांत हो गया था. इसके बाद बुधवार को दिल्ली में हुई हाईकमान की मीटिंग के बाद उन्हें बड़ी जिम्मेदारी दे दी गई, जिससे साफ हो गया कि अगर आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस जीतती है तो TS सिंहदेव अहम पद पर रहेंगे.
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क्या MP में दिखेगा इसका असर और सिंधिया होंगे डिप्टी CM
छत्तीसगढ़ के बाद अब मध्य प्रदेश में इसका असर दिखने की चर्चाएं शुरू हो गई हैं. सवाल खड़े हो रहें है कि कांग्रेस का दामन छोड़कर BJP में शामिल हुए और प्रदेश में 15 महीने में ही कांग्रेस की सरकार गिराने में अहम भूमिका निभाने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया को क्या डिप्टी बनाया जाएगा. जब सिंधिया BJP में शामिल हुए थे, तब से उन्हें बतौर CM देखने की काफी मांगे भी उठी थीं. ऐसे में सवाल खड़े हो रहे हैं कि क्या सत्ता पर एक बार फिर काबिज रहने के लिए BJP सिंधिया को डिप्टी CM का पद देगी?
क्या कहती हैं हाल-फिलहाल की घटनाएं
राजनीतिक विशेषज्ञों के मुताबिक अगर हाल-फिलहाल की घटनाओं पर नजर डाली जाए तो सिंधिया का कद BJP में बढ़ रहा है. केंद्रीय मंत्री बनने के बाद आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए सिंधिया जहां फिल्ड पर एक्टिव हुए हैं, वहीं कई कार्यक्रमों में उनकी मौजूदगी और PM मोदी के साथ आना-जाना काफी कुछ बयां कर रहा है.
क्या नरोत्तम मिश्रा हो सकते हैं डिप्टी CM
देश और प्रदेश के हर मुद्दे को लेकर एक्टिव रहने वाले मध्य प्रदेश के गृह मंत्री और हिंदुत्तव नेता के रूप में पहचान रखने वाले नरोत्तम मिश्रा पर प्रदेश की राजनीति का बड़ा चेहरा हैं. अगर सिंधिया को बतौर डिप्टी CM का चेहरा सामने लाया जाता है तो मध्य प्रदेश बीजेपी का एक बड़ा खेमा नाराज हो सकता है. ब्राह्मण वर्ग को साधना BJP के सामने एक चुनौती बनी हुई क्योंकि पिछले चुनाव में SC-ST वर्ग का वोट बैंक कटने से फिलहाल पार्टी का पूरा फोकस इस वर्ग को साधने में जुटा हुआ है. इस बीच कई वर्ग छूट रहे हैं, जिनके नाराज होने का असर दिख सकता है.
राजनीतिक सलाहकारों के मुताबिक मध्य प्रदेश में ब्राह्मण और SC-ST दोनों बड़े वर्ग हैं. ऐसे में दोनों को साधना पार्टी के लिए मुश्किल है. ब्राह्मण वर्ग को साधने के लिए BJP को नरोत्तम मिश्रा जैसे चेहरे को बड़े पद पर सामने लाना काफी जरूरी है. अब चर्चाएं होने लगी हैं कि क्या छत्तीसगढ़ की तर्ज पर मध्य प्रदेश में भी डिप्टी CM वाला कॉन्सेप्ट लागू होगा और अगर होगा तो कौन सा चेहरा यहां सामने आता है.