प्रमोद शर्मा/भोपाल: मध्य प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह (Govind Singh) द्वारा वीरांगना रानी कमलापति (Veerangana Rani Kamlapati) पर टिप्पणी किए जाने के बाद राजनीति गरमा गई है. नेता गोविंद सिंह का विरोध अब हर जगह देखने को मिल रहा है.जिसके बाद नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह का रानी कमलापति को लेकर दिए बयान पर सफाई सामने आई है. बता दें कि बीजेपी के विरोध पर नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि नेताओं के पुतले जलते हैं. रानी कमलापति के संबंध में मैंने ऐसा कुछ नहीं किया. मैंने बचपन से अनुसूचित जनजाति के नारे लगाए हैं.


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बीजेपी मेरे बयान को सगूफा बना रही है: गोविंद सिंह
नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी मेरे बयान को सगूफा बना रही है. भाजपा आदिवासियों को गुमराह करने की कोशिश कर रही है. मैं हमेशा सभी वर्गों का सम्मान करता हूं.बीजेपी के विरोध और उनका पुतला फूंकने पर नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि नेताओं के ही पुतले जलाए जाएं जाते हैं.


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गोविंद सिंह ने क्या कहा था?
बता दें कि कांग्रेस नेता और प्रतिपक्ष गोविंद सिंह द्वारा रानी कमलापति को लेकर कथित तौर पर विवादित टिप्पणी की गई थी.जिसके बाद से ही भारतीय जनता पार्टी द्वारा गोविंद सिंह के विरोध में प्रदेश भर में प्रदर्शन किए जा रहा है.दरअसल, रानी कमलापति को लेकर नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह का एक वीडियो सामने आया है. जिसमें वह मंच से रानी कमलापति के बारे में कह रहे थे, 'ये लोग राजा-महाराजा की हुकूमत वापस लाना चाहते हैं. भोपाल के रेलवे स्टेशन का नाम रानी कमलापति. जिन नामों को हमने नहीं सुना. उन्हें खोजकर उनका नाम स्थापित कर रहे हैं. वे ऐसा इसलिए कर रहे हैं क्योंकि वे दलितों और शोषितों पर लगातार अत्याचार करने वाले राजा और रानी का महिमामंडन का काम कर रहे हैं.'