Ayushman Yojana Benefits: मध्य प्रदेश (MP News) की राजधानी भोपाल से एक बड़ी खबर सामने आ रही है. बता दें कि भोपाल गैस पीड़ितों को भी आयुष्मान योजना का लाभ दिया जाएगा. इसके तहत इनका 5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज किया जाएगा. पिछले एक साल पहले से ये मामला पेंडिंग में पड़ा था अब जाकर एनएचए (National Health Authority) से इसकी मंजूरी मिली है. जानिए कितने पीड़ितों को इसका लाभ मिलेगा. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

मिलेगा लाभ 
भोपाल गैस पीड़ितों को को भी अब आयुष्मान योजना का लाभ मिलेगा. बता दें कि इसके तहत इनपैनल्ड निजी अस्पतालों में 5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज मिलेगा. इसकी मंजूरी नेशनल हेल्थ अथॉरिटी के द्वारा दी गई है. इसके तहत  गरीबी रेखा से ऊपर आने वाले 18 हजार गैस पीड़ितों के आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए फॉर्म भरे गए थे लेकिन ये मामला एक साल से लटका हुआ था. 


पर अब 2.75 लाख गैस पीड़ितों को मिलेगा आयुष्मान योजना का लाभ दिय जाएगा. बता दें कि जिन गैस पीड़ितों के आयुष्मान योजना के तहत रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं वो अब कमला नेहरू, खान शाकिर अली, इंदिरा गांधी और जेएनएच गैस राहत अस्पतालों में जाकर आयुष्मान मित्र से अपना ई केवाईसी कराकर कार्ड बनवा सकते हैं. इसके अलावा जानकारी मिली है कि प्रारंभिक तौर पर 18 हजार गैस पीड़ितों को गैस राहत विभाग की ओर से फोन करके बुलाया गया है.


भोपाल गैस त्रासदी 
2-3 दिसंबर 1984 की काली रात को भोपाल स्थित यूनियन कॉर्बाइड कारखाने से जहरीली गैस का रिसाव हुआ था. इस गैस रिसाव से हजारों की लोगों की मौत हो गई थी, जबकि लाखों परिवार बेघर हो गए थे. आज भी लाखों परिवार ऐसे हैं जो इस गैस त्रासदी की दंश झेल रहें हैं. बता दें कि भोपाल गैस त्रासदी को पूरी दुनिया में अब तक की सबसे बड़ी औद्योगिक त्रासदी माना जाता है.


अयुष्मान योजना 
आयुष्मान योजना के तहत पात्र परिवार को हर साल 5 लाख तक के नि:शुल्क इलाज का लाभ मिल रहा है. योजना से देशभर के किसी भी चिह्नित सरकारी या निजी अस्पताल में मुफ्त ईलाज की सुविधा की गई है. भर्ती होने से 7 दिन पहले तक की जांचें, भर्ती के दौरान उपचार और भोजन और डिस्चार्ज होने के 10 दिन बात तक का चेकअप व दवाएं नि:शुल्क दी जाएंगी. इसके तहत  अस्पताल में भर्ती होने की स्थिति में कोरोना, कैंसर, गुर्दा रोग, हृदय रोग, डेंगू, चिकुनगुनिया, मलेरिया डायलिसिस, घुटना व कूल्हा प्रत्यारोपण, नि:संतानता, मोतियाबिंद और अन्य चिह्नित गंभीर बीमारियों का नि:शुल्क उपचार इस योजना के तहत किया जाता है.