राहुल सिंह राठौड़/उज्जैन: मध्यप्रदेश (MP News) के उज्जैन (Ujjain News) जिले में एक पीड़ित ने अपने बचपन के दोस्त पर खुद के व परिवार के सदस्यों के साथ स्किल डेवलपमेंट ट्रेनिंग कोचिंग क्लास में पैसा इन्वेस्ट करने व बड़ा मुनाफा कमाने के नाम पर 55 लाख की धोखाघड़ी करने का गंभीर आरोप लगाया है. जिसकी जानकारी पीड़ित व्यक्ति ने परिवार के साथ प्रेस वार्ता कर दी और ठग दोस्त की करतूत को उजागर किया. साथ में पीड़ित ने पुलिस, प्रशासन को लेकर भी कई सवाल खड़े किए. कहा कि कोई सुनने को तैयार नहीं है, जनसुनवाई में न सुनवाई हो रही है और ना ही थाने पर FIR हो रही. हम किसके पास जाए हमे न्याय चाहिए. पीड़ित पक्ष ने कहा कि ठग बेख़ौफ़ शहर में घूम रहा है. कई लोगों के साथ उसने धोखाधड़ी की है. कई थानों में उसके विरुद्ध आवेदन हैं. पीड़ित परिवार ने ठग पर डराने धमकाने के भी आरोप लगाए हैं.


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जानें पूरा मामला?
दरअसल, पीड़ित का नाम शारिक पिता मोहम्मद अफजल नागोरी निवासी तोपखाना क्षेत्र उज्जैन है. शारिक ने परिवार के सदस्यों के साथ प्रेस वार्ता करते हुए बताया कि उसका बचपन का दोस्त गुलरेज पिता अब्दुल हमीद निवासी घटकरपर मार्ग उज्जैन ने वर्ष 2019 में उससे स्किल डेवलोपमेन्ट ट्रेनिंग कोचिंग में इन्वेस्ट करने व बड़ा मुनाफा देने के नाम पर 10 लाख की राशि ऑनलाइन व कैश में ली थी. साथ ही उसके परिवार की सदस्य भोपाल निवासी शिफा खान से 2022 में 30 लाख की राशि ली. जब इस राशि का कोई बेनिफिट या कोई स्किल डेवलोपमेन्ट ट्रेनिंग संस्था परिवार को नहीं दिखा तो अब परिवार बीते कई महीनों से गुलरेज के विरुद्ध शिकायत दर्ज करवाने में लगा है. गुलरेज पर आरोप है कि उसने कई लोगों के साथ धोखाधड़ी की है और पुलिस FIR भी नहीं कर रही है और जनसुनवाई में कोई निराकरण नहीं निकल रहा है. ठग बेख़ौफ़ घूम रहा है. पैसे मांगने जाओ  जान से मारने की धमकी देता है. भोपाल निवासी शिफा ने बताया कि वो भोपाल में प्रॉपर्टी का काम देखती है. उज्जैन में भाई शारिक के कहने पर पैसा इन्वेस्ट किया, लेकिन धोखा मिला है.



 


दोस्त ने ही की ठगी
आपको बता दें कि पीड़ित परिवार द्वारा बताया गया कि जब राशि इन्वेस्टमेंट करने के दौरान दोस्त ने उसे कहा कि तो शहर के बीच मार्केट में एक ऑफिस कोचिंग संस्था उसने दिखाई. जहां पर पूरे स्किल डेवलपमेंट ट्रेनिंग के प्लान को समझाया और कई तरह के साक्ष्य दिए. जिससे पीड़ित को दोस्त पर विश्वास हुआ कि पैसा यहां इन्वेस्ट करने से काफी फायदा हो सकता है, लेकिन समय बीतने के पश्चात जब कोई फायदा नहीं मिला और राशि भी नहीं मिली तो पता चला कि दोस्त ने ही ठगी की है.हालांकि, पूरे मामले में जिस पर परिवार ने आरोप लगाया उससे कोई संपर्क नही हो पाया है.पुलिस भी कुछ कहने को तैयार नहीं है.