आशीष श्रीवास/ बालाघाट: मध्य प्रदेश (MP News in hindi) के बालाघाट से एक ऐसी खबर सामने आई है जिसने लोगों को हैरानी में डाल दिया है. बता दें कि जिले के चांगोटोला क्षेत्र की मनकुंवर नदी पर बने डायवर्सन पुल के बह जाने के बाद स्थानीय लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. इसका आलम यहां से आई एक तस्वीर से देखने को मिला जिसके बाद शासन प्रशासन की पोल खुलती हुई नजर आई. 


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दरसअल डायवर्सन पुल के क्षतिग्रस्त होने की स्थिति में एक मरीज को छोड़ने आई एंबुलेंस एक छोर पर उतार कर वापस लौट गई जिसके बाद मरीज को खाट पर लिटाकर परिजनों ने नदी को पार कराया. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर छाया हुआ है. 


नहीं जा सकी एंबुलेंस 
पूरा मामला चांगोटोला क्षेत्र की मनकुंवर नदी के डायवर्जन पुल के पास का है. यहां पर एक मरीज को छोड़ने एंबुलेंस आ रही थी, लेकिन पुल खराब होने की स्थिति में एंबुलेंस मरीज को नदी के एक छोर पर उतार कर वापस चली गई. इसके बाद परिजनों ने खाट के सहारे मरीज को नदी को पार कराया. बताया जा रहा है कि बीते दिन मरीज सड़क दुर्घटना में घायल हो गया था जिसके बाद उसका इलाज हुआ और हॅास्पिटल से उसे छुट्टी दे दी गई वो चल फिर पाने में असमर्थ है ऐसे में उसे नदी के एक छोर से दूसरे छोर तक खाट पर लिटाकर पार कराना पड़ा.


लंबे समय से टूटा है पुल 
स्थानीय लोगों की मानें तो लंबे समय से पुल क्षतिग्रस्त है और उसका निर्माण किया जा रहा है. मुख्य पुल के टूटने की वजह से डायवर्जन पुल बनाया गया था. जो पिछले दो महीने में पानी के बहाव के कारण दो बार बह चुका है. जिसकी वजह से लामता से नैनपुर मार्ग का संपर्क पूरी तरह से टूट चुका है. जिसकी वजह से नदी के दोनों छोरों पर बसे लोगों को मनकुंवर नदी पार करने के लिए दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. 


बीते दिन भी एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें दिख रहा था कि स्थानीय लोग पानी के तेज बहाव में नदी को पार रहे थे, ऐसे खाट पर मरीज को लेकर जाने वाला वीडियो सुर्खियों में बना हुआ है.