शिव शर्मा/इंदौर:  इंदौर की विजय नगर पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए अंतरराज्यीय फर्जी मार्कशीट बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपी अपने गिरोह के साथ यह धंधा पिछले 5 सालों से चला रहे थे. गिरोह अभी तक 1000 से अधिक फर्जी मार्कशीट बना चुका है. 


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पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है ये गिरोह B.H.M.S., B.A.M.S., B.PHARMA, M.PHARMA, D.PHARMA, G.N.M., LABE TECH. एवं 10वी, 12वी की फर्जी मार्कशीटें बनाते थे. फिहाल पुलिस आरोपी से उसके अन्य साथियों और फर्जी मार्कशीट किस को बनाकर दी उनके बारे में पूछताछ कर रह है.


दरअसल इंदौर की विजय नगर थाना पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि दिनेश तिरोले और मनीष अपने साथियों के साथ मिलकर पिछले पांच सालों से फर्जी 8वीं, 10वीं, 12वीं, बी.ए.एम.एस. तथा तथा अन्य प्रकार कि जाली मार्कशीट्स तैयार कर लोगों से लाखों रुपये रुपये लेकर मार्कशीट्स देते हैं. मुखबिर की सूचना पर पर डीसीपी अभिषेक आनंद द्वारा एक टीम बनाई गयी और मुखबिर कि बताई जगह पर आरोपी दिनेश तिरोले और मनीष के घर पर दबिश देकर उसे गिरफ़्तार किया.


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घर में मिला मार्कशीट का जखीरा
उसके घर से पुलिस से लगभग 50-60 फर्जी मार्कशीटें दिल्ली, बिहार, म.प्र., पंजाब, राजस्थान व कई प्रान्तों व यूनिवर्सिटी के नाम से फर्जी तरीके से यूनिवर्सिटी के नाम से बनाई गई मार्कशीट मिली है. जिसे पुलिस ने जब्त कर ली है. आरोपी ने सैकड़ों लोगों को 8वीं, 10वीं, 12वीं, बी.ए.एम.एस. तथा तथा अन्य प्रकार कि फर्जी मार्कशीट बेचीं है और करोड़ों रुपये अवैध रुप से कमाये है.


कई और बड़े खुलासे की उम्मीद
पूरे मामले में आरोपी के साथ और भी कई लोग जुड़े है. इस संबंध में आरोपी दिनेश और मनीष से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि यूनिवर्सिटी से संपर्क कर उनकी डिमांड पर फर्जी मार्कशीट बनाते थे. वहीं गिरोह के अन्य सदस्यों के बारे में पूछताछ की जा रही है. पूछताछ के बाद इस पूरे मामले कई और बड़े नाम आने की सम्भावना पुलिस द्वारा जताई जा रही है.