दीपेश शाह/विदिशा: सामाजिक और धार्मिक रूप से प्रशासन द्वारा कई बार ऐसी गलतियां की जाती हैं. जिससे उन्हें आम जनता के गुस्सा का शिकार होना पड़ता है. जिले में एसडीएम तहसीलदार के निर्देश पर रथ से लाउडस्पीकर और उसकी मशीन निकाल ली गई. जिसके बाद शनिवार को प्रशासनिक कार्रवाई के विरोध में रविवार को शनि मंदिर के सामने शनि भक्तों ने एसडीएम और तहसीलदार का पुतला फूंका. 


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आपको बता दें कि प्रशासन द्वारा कई दशकों से शनिवार को शहर में घूमने वाले रथ में लगे लाउडस्पीकर पर आपत्ति जतायी गई. जिसके बाद लाउडस्पीकर को थाने भिजवाया गया. वहीं मामले को लेकर एसडीएम और तहसीलदार दोनों ने ठीक-ठीक जवाब नहीं दिया गया. शनि भक्तों ने शनि मंदिर के सामने एसडीएम और तहसीलदार का पुतला फूंका. यहां तक कि सड़कों पर उतर शनि भक्तों ने कहा कि हिन्दुस्तान को पाकिस्तान घोषित कर दो.


जानें पूरा मामला?
शनिवार को शनि देव मंदिर से पिछले कई सालों की तरह मंदिर के पुजारी राहुल जोशी रथ लेकर शहर भर में निकले और सिविल लाइन थाना क्षेत्र में एसडीएम गोपाल सिंह वर्मा और तहसीलदार सरोज अग्निवंशी ने उनके रथ को रोककर सिविल लाइन थाने में खड़ा करा दिया. बता दें कि करीब 2 घंटे तक रथ को वहां रोक कर रखा गया. जिसके बाद में उसके साउंड और मशीन को निकालने के निर्देश दे दिए गए.


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शनि भक्तों ने की कार्रवाई की मांग
मामले को लेकर बताया गया कि उनका साउंड बिना अनुमति के चल रहा है.जबकि पिछले कई सालों से तय प्रक्रिया चल रही है. ऐसे में सवाल ये भी उठता है कि अचानक प्रशासन को इस रथ पर लाउडस्पीकर की अनुमति दिखाई दी और उसी के विरोध में सभी शनि भक्तों ने शनि देव मंदिर के सामने एसडीएम और तहसीलदार का पुतला फूंकते हुए उन पर कार्रवाई की मांग की. साथ ही साथ इस बात पर भी सवाल खड़ा किया गया कि मस्जिदों पर बजने वाले साउंड पर अनुमति दी गई है या नहीं. शनि भक्त इस घटना को हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के रूप में देख रहे हैं.