प्रमोद शर्मा/भोपाल। MP निकाय चुनाव (mp nikay chunav) में नामांकन वापसी के बाद अब स्थिति क्लीयर हो चुकी है, जिसके चलते अब बीजेपी और कांग्रेस का तूफानी प्रचार शुरू होने जा रहा है. खास बात यह है कि अब दोनों पार्टियों के सभी दिग्गज मैदान में उतरने जा रहे हैं. एक तरफ जहां बीजेपी की तरफ से सीएम शिवराज और वीडी शर्मा ने प्रचार का मोर्चा संभाला है, तो कांग्रेस का चेहरा कमलनाथ हैं. हालांकि दोनों पार्टियों में अब शहर-शहर दिग्गजों का पग फेरा होगा. कांग्रेस ने जहां अपने कुछ सीनियर नेताओं को प्रदेश के बड़े शहरों की जिम्मेदारी सौंपी है, तो बीजेपी ने सभी मंत्रियों, सांसदों और विधायकों को मोर्चे पर लगा दिया है. 


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एक-एक निकाय तक पहुंचने का बनाया प्लान 
बीजेपी और कांग्रेस ने एक-एक निकाय तक पहुंचने का प्लान बनाया है. दोनों पार्टियों के फायर ब्रांड नेता और स्टार प्रचारकों की संभाओं की तैयारियां कर ली गई हैं. खास बात यह है कि दोनों ही पार्टियों का कमजोर बूथों पर फोकस है, कमलनाथ ने जहां प्रचार फेस खुद को बनाया है और बाकि दिग्गज नेताओं को सिर्फ जिम्मेदारी दी है. जबकि बीजेपी की तरफ से सीएम शिवराज प्रचार की कमान संभाल रहे हैं. जबकि वीडी शर्मा संगठन की टीम के साथ प्रचार में जुटेंगे. 


बीजेपी ने 350 से ज्यादा नेताओं को दी जिम्मेदारी 
बीजेपी ने निकाय चुनाव में करीब 350 से ज्यादा नेताओं को मोर्चे पर लगाया है. जिसमें मंत्री, सांसद, विधायक और जिला संगठन के नेता शामिल हैं, वीडी शर्मा खुद इन नेताओं की मॉनिटरिंग कर रहे हैं. नगरीय निकाय चुनाव को लेकर भाजपा ने प्रभारी मंत्रियों को साफ निर्देश दिए हैं कि वह गृह जिला छोड़ प्रभार वाले जिलों पर ध्यान दें, जबकि पार्टी ने नगर पालिका और नगर परिषद के लिए पार्टी के एक-एक बड़े नेता की भी तैनाती की है. 


कांग्रेस ने इन नेताओं को सौंपी जिम्मेदारी 
वहीं कांग्रेस की पूरी चुनावी तैयारी कमलनाथ के हाथ में हैं, ऐसे में कमलनाथ ने प्रदेश के सभी बड़े शहरों में दिग्गज नेताओं की तैनाती की है, भोपाल की जिम्मेदारी दिग्विजय सिंह, उज्जैन में सज्जन सिंह वर्मा, इंदौर विजय लक्ष्मी साधौ, रतलाम हर्ष विजय गहलोत और ग्वालियर अशोक सिंह सीधे कमलनाथ को रिपोर्ट करेंगे. जबकि जबलपुर में तरुण भनोत और लखन घनघोरिया को महापौर प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार की कमान सौंपी गई है. इसके अलावा सिंगरोली, रीवा, सतना, कटनी और मुरैना नगर निगमों में विधायकों जीत दिलाने की जिम्मेदारी मिली है. 


यानि अब आने वाले कुछ दिनों में बीजेपी और कांग्रेस के नेताओं में जबरदस्त प्रचार देखने को मिलेगा. खास बात यह है कि दोनों पार्टियों के केंद्रीय नेतृत्व के कुछ नेता भी इन चुनावों में पार्टी के पक्ष में प्रचार करेंगे. क्योंकि निकाय चुनावों को विधानसभा चुनावों का सेमीफाइनल भी माना जा रहा है. 


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