ग्वालियर: मध्य प्रदेश के नगरीय निकाय चुनाव में बीजेपी जिन मेयर सीट पर हार गई थी. अब उन सीटों पर मंथन का दौर शुरू हो गया है. इसी कड़ी में बीजेपी के पूर्व संगठन मंत्री रहे जयपाल चावड़ा ने गुरुवार को ग्वालियर में पार्षदों की क्लास ले ली है. चावड़ा ने बीजेपी के नेताओं से 121 बातचीत की है, तो वहीं मेयर पद की प्रत्याशी रही सुमन शर्मा से भी मुलाकात की है.


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बंद कमरे में हुई मुलाकात
सभी से मुलाकात बंद कमरे में हुई है. यहां मौजूद ये बीजेपी के पार्षदों पर आरोप लग रहे थे कि उन्होंने नगर निगम के चुनाव में सिर्फ अपने लिए वोट मांगा है. मेयर के लिए वोट नहीं मांगा, जिसके चलते ग्वालियर में बीजेपी की मेयर सुमन शर्मा एक बड़े अंतर से कांग्रेस के प्रत्याशी से हार गई हैं. बीजेपी के सभापति के चुनाव में भी 6 पार्षदों पर क्रॉस वोटिंग के आरोप हैं.


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2023 के मद्देनजर पार्टी बरत रही सावधानी
बहरहाल पार्टी की गाइड लाइन का हवाला देते हुए बीजेपी के पूर्व संगठन मंत्री रहे जयपाल चावड़ा ने मीडिया से बात करने से इंकार तो कर दिया है, लेकिन कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि बीजेपी की यह कवायद आगामी 2023 विधानसभा चुनाव के लिए की जा रही है. निकाय में हार का असर पार्टी नहीं चाहती की विधानसभा चुनाव में नजर आए.


क्या था ग्वालियर नगर निगल का रिजल्ट
बता दें कांग्रेस ने 57 साल के लंबे अंतराल के बाद ग्वालियर नगर निगम के महापौर पद जीत दर्ज की थी. कांग्रेस की महापौर उम्मीदवार शोभा सिकरवार ने भाजपा की सुमन शर्मा को 28 हजार 805 मतों से हराया था. वहीं तीसरे स्थान पर आम आदमी पार्टी की रुचि गुप्ता थीं. वहीं ग्वालियर नगर निगम के 66 वार्डों में सर्वाधिक 34 पार्षद भाजपा के जीते हैं. कांग्रेस के खाते में 25 और छह सीटों पर निर्दलीय और एक सीट बसपा का उम्मीवार जीता है.