अपनी ही पार्टी पर फिर बरसे कांग्रेस नेता, कहा-`सेंगोल` से डर रहे हैं, BJP से कैसे लड़ोंगे
MP Politics: लोकसभा में सेंगोल को लेकर भी पक्ष और विपक्ष आमने-सामने आ रहा है, लेकिन मध्य प्रदेश में कांग्रेस के एक पूर्व विधायक और सीनियर नेता ने एक बार फिर अपनी ही पार्टी पर निशाना साधा.
Sengol Controversy Loksabha: मध्य प्रदेश में हमेशा अपने बयानों से चर्चा में रहने वाले पूर्व विधायक और कांग्रेस नेता लक्ष्मण सिंह ने एक बार फिर अपनी ही पार्टी कांग्रेस को घेरा है. उन्होंने लोकसभा में लेग 'सेंगोल' को लेकर बड़ा बयान दिया है. जिससे एक बार फिर लक्ष्मण सिंह चर्चा में हैं. उन्होंने कांग्रेस पार्टी को डरा हुआ बताया है. जिससे प्रदेश में सियासत तेज होती दिख रही है.
मुद्दों पर लड़ना शुरू करो
लक्ष्मण सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा 'अगर हम संसद में लगे "सेंगोल" से डर रहे हैं, तो हम भाजपा से कैसे लड़ेंगे? जनता के मुद्दों पर लड़ाई शुरू करो, कब करोंगे?' कांग्रेस नेता लक्ष्मण सिंह ने अपनी ही पार्टी को डरा हुआ बताकर आगे डर भूलने की भी सलाह भी पार्टी को दी है. इससे पहले भी उन्होंने एक और पोस्ट की थी जिसमें लिखा था 'हम केंद्र में सरकार गिराने की सोच रहे हैं, जबकि मध्यप्रदेश में हम बनी सरकार नहीं बचा पाए. अच्छा होगा हम इस सरकार को गिराने के बजाए,अगली सरकार हमारी कैसे बने उस पर ध्यान दें तो उचित होगा.' उनका यह वाला बयान भी खूब चर्चा में रहा था.
नतीजों के दिन भी की थी पोस्ट
वहीं लोकसभा चुनाव के नतीजों के दिन भी लक्ष्मण सिंह ने कांग्रेस की हार पर बड़े सवाल उठाए थे. सभी 29 सीटों पर हार मिलने के बाद उन्होंने लिखा था 'सभी देश के मतदाताओं के निर्णय का स्वागत है, प्रजातंत्र मजबूत हुआ है, मोदीजी की योजनाओं में हुए भ्रष्टाचार का नतीजा उन्होंने भोगा, मध्य प्रदेश में कांग्रेस "क ,ख, ग ,घ--"से शुरू करनी पड़ेगी.' दरअसल, यह कोई पहला मौका नहीं है जब लक्ष्मण सिंह ने अपनी ही पार्टी पर निशाना साधा हो. इससे पहले भी वह कई बार इस तरह के बयान दे चुके हैं.
सेंगोल विवाद
दरअसल, 18वीं लोकसभा का पहला सत्र शुरू होने के बाद विपक्षी दलों ने संसद भवन में स्पीकर के आसन के पास स्थापित सेंगोल को हटाने की मांग की है, समाजवादी पार्टी के एक सांसद ने सेंगोल को राजशाही का प्रतीक बताते हुए उसे हटाकर संविधान स्थापित करने की मांग की है. जिसके बाद इस मामले में पक्ष और विपक्ष आमने-सामने आ गए थे. ऐसे में विवाद बढ़ता जा रहा है. वहीं अब इस मामले में लक्ष्मण सिंह ने ट्वीट करके एक तरह से अपनी ही पार्टी को नसीहद दे डाली है.
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