प्रमोद शर्मा/भोपालः एक दिन पहले भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) में नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह (Govind Singh) की सुरक्षा में बड़ी चूक का मामला आया था. ग्वालियर के लक्ष्मणगढ़ में भारत जोड़ो यात्रा में गोविंद सिंह की मौजूदगी में एक आदमी ने कट्टे से फायर कर दिया.गनीमत रही कि फायर मिस हो गया था. घटना तब हुई जब गोविंद सिंह लक्ष्मणगढ़ के सरपंच के यहां बैठे पानी पी रहे थे. उसी समय जितेंद्र गुर्जर नाम का एक आदमी कट्टा लिए वहां आ गया. उसने कांग्रेस पार्षद बलबीर तोमर के बेटे छोटू तोमर पर जान से मारने की नियत से फायर कर दिया. मामला तूल पकड़ रहा है. इसी पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा (Narottam Mishra) ने बड़ा बयान दिया है. साथ ही कमलनाथ (Kamalnath) के खिलाफ नारेबाजी पर भी नरोत्तम मिश्रा ने दो टूक बयान दिया.


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खुद की सुरक्षा में लापरवाही पर नेता प्रतिपक्ष ने कानून व्यवस्था पर निशाना साधा तो गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पलटवार कर दिया. उन्होंने कहा कि कृपया यात्रा में माफिया को ना जोड़ा करें. नरोत्तम मिश्रा ने कहा नेता प्रतिपक्ष का जो प्रोग्राम था उसके लिए जरूरी सुरक्षा मुहैया की गई थी. सुरक्षाकर्मी बराबर पैदल चले. ये दो शराब माफिया के बीच की लड़ाई है. शराब को लेकर झगड़ा हुआ था. कांग्रेसी कृपया माफिया को यात्रा से ना जोड़ें. गृहमंत्री ने कहा 307 के तहत मामला दर्ज किया है. आरोपी अरेस्ट कर लिए गए हैं. कांग्रेसी बिना जानकारी के मुद्दा बनाना शुरू कर देते हैं.


दूसरी तरफ इंदौर में सिख कीर्तनकार के कमलनाथ के विरोध को लेकर भी गृहमंत्री ने बेबाकी से कहा इंदौर के प्रभारी मंत्री होने के नाते मेरा परम आदरणीय कीर्तनकार मनप्रीत सिंह जी से विनम्र आग्रह है कि कुछ लोगों के कुकृत्य का फल शहर को नहीं मिलना चाहिए. इंदौर की कोई गलती नहीं है. अपने पापों को ढकने के लिए कुछ लोग सब प्रायोजित करके खुद चले गए. नरोत्तम मिश्रा ने कहा मैंने कीर्तनकार जी का बयान सुना है. चंद लोगों की गलती का खामियाजा पूरा प्रदेश ना भुगते. मेरी विनम्र प्रार्थना है आपकी ज्ञानवाणी का लाभ इंदौर और प्रदेश को मिलना चाहिए. आप अपने निर्णय पर पुनर्विचार करें.


बता दें कल यानि मंगलवार को इंदौर के खालसा कॉलेज में गुरुनानक जयंती का कार्यक्रम आयोजित किया गया था, जिसमें पूर्व सीएम कमलनाथ भी पहुंचे थे. उसी दौरान वहां उनका जमकर विरोध हुआ. उनके खिलाफ खूब नारे लगाए गए. कार्यक्रम में पहुंचे कीर्तनकार मनप्रीत सिंह कानपुरी ने मंच से ही कमलनाथ का विरोध शुरू कर दिया. साथ ही वहां मौजूद लोगों को भी खरी-खोटी सुना दी. उन्होंने साफ कहा कि मैं प्रण लेता हूं कि आज के बाद कभी इंदौर नहीं आऊंगा. 1984 के सिख दंगों में कमलनाथ का नाम शामिल होने के कारण ये विरोध किया गया.