MP Ranji Final 2022: आपने शाहरुख खान की चक दे इंडिया तो जरूर देखी होगी. जिसमें कबीर खान की कप्तानी में भारत की हॉकी टीम को पाकिस्तान से हार का सामना करना पड़ता है और सात साल बाद उनके कोच रहते महिला हॉकी टीम विश्व कप जीतती. अब रणजी फाइनल में मध्य प्रदेश की जीत में अहम भूमिका निभाने वाले टीम के कोच चंद्रकांत पंडित की कहानी भी कुछ ऐसी ही है. 


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बता दें कि मध्यप्रदेश रणजी टीम के कोच चंद्रकांत पंडित उस समय प्रदेश की टीम के कप्तान थे. जब मध्य प्रदेश रणजी टीम 1999 में पहली बार रणजी के फाइनल में पहुंची थी. हालांकि उस समय टीम को जीत नसीब नहीं हो पाई थी. हालांकि 23 बाद एमपी की टीम विजेता बनी है. इसलिए अब चंद्रकांत पंडित की कहानी सुनकर लोगों को चक दे इंडिया के कबीर खान की याद आ रही है. 


1987 में भारतीय विश्व कप टीम का हिस्सा थे
विकेट कीपर बल्लेबाज चंद्रकांत पंडित ने भारतीय राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के लिए 5 टेस्ट और 36 वनडे मैच खेले हैं. उन्होंने 19 जून, 1986 को हेडिंग्ले, लीड्स में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में डेब्‍यू किया था. वहीं उन्होंने अपना वनडे डेब्यू 10 अप्रैल, 1986 को ऑस्ट्रेलिया-एशिया कप में न्यूजीलैंड के खिलाफ शारजाह में किया था. वो 1987 में भारतीय विश्व कप टीम का हिस्सा थे. उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ सेमीफाइनल मैच में दिलीप वेंगसरकर की जगह ली और 24 (30) रन बनाए थे. हालांकि, भारत वो मैच हार गया था. 


विदर्भ को बनाया था पहली बार चैंपियन
मध्य प्रदेश क्रिकेट टीम के कोच बनने से पहले. उन्होंने मुंबई क्रिकेट टीम और विदर्भ क्रिकेट टीम को कोचिंग दी थी. बता दें कि उनकी कोचिंग में दोनों टीमों ने रणजी ट्रॉफी जीती. खास बात यह है कि उनकी कोचिंग में विदर्भ ने अपना पहला खिताब जीता था. विदर्भ ने 2018 और 2019 में रणजी ट्रॉफी जीती थी. 


बता दें कि सीएम शिवराज चौहान ने एमपी टीम के विनिंग मोमेंट्स का वीडियो शेयर किया. जिसमें कोच पंडित की खुशी को देखा जा सकता है.