Sarthak App Attendance: ऐप से हाजिरी का डॉक्टरों ने किया विरोध! अटेंडेंस नहीं लगाने का बताया ये कारण
Health Workers Attendance Through Sarthak App:मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य कार्यकर्ता संघ ने सार्थक एप के माध्यम से हाजिरी देने का विरोध करते हुए सिवनी में सीएमएचओ व सिविल सर्जन को ज्ञापन दिया है. साथ ही इस ऐप को बैन करने की मांग की.
MP Sarthak App Attendance Protest: सिवनी जिले में सरकारी अस्पतालों में ड्यूटी देने वाले डॉक्टर को अब सार्थक ऐप के जरिए अपनी अटेंडेंस देनी होगी. उनके आने जाने का टाइम इस ऐप के माध्यम से अपलोड होगा. इसी बात का डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मचारी विरोध कर रहे हैं. मध्यप्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के मीडिया प्रभारी अवनेश ठाकुर ने बताया कि जिला अस्पताल के सभी डॉक्टर्स ने सीएमएचओ एवं सिविल सर्जन को ज्ञापन देकर इस ऐप को प्रतिबंधित करने की मांग की है.
डॉक्टर्स ने बताया विरोध का कारण
बता दें कि डॉक्टर्स का कहना है कि वह 24 घंटे भी सेवाएं देते हैं. वह अपने तय समय पर ड्यूटी पर पहुंचते हैं.उनके काम करने के कोई घंटे निर्धारित नहीं होते हैं. जब अस्पताल में उनकी जरूरत होती है, वह पहुंच जाते हैं. सार्थक ऐप के माध्यम से उनके आने और जाने का टाइम निर्धारित होगा. यदि वह सुबह ड्यूटी पर पहुंचते हैं और ड्यूटी टाइम पूरा करने के बाद अगर वह चेकआउट कर जाते हैं और रात में कोई इमरजेंसी आती है तो क्या? वह अपनी ड्यूटी देने नहीं आएंगे. जब वह आवश्यक सेवा देने अस्पताल आएंगे. उस समय उनका चेक इन नहीं होगा.यह इस तरह की अवस्था है.
मध्यप्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने मांग की कि इस ऐप को सरकार को तत्काल इसे बंद कर देना चाहिए. डाक्टरों का कहना है कि वो सभी 24 घंटे ड्यूटी देते हैं. जब जरूरत होती है. तब अस्पताल में मरीजों के लिए मौजूद होते हैं. दूसरी बात यह है कि यह नियम केवल स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टर पर ही लागू किया जा रहा है. यदि सरकार इतनी पारदर्शिता चाहती है, तो मध्य प्रदेश के सभी कर्मचारी अधिकारियों के लिए यह व्यवस्था होनी चाहिए.
ऐप में कई विसंगतियां
मध्यप्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के मीडिया प्रभारी अवनेश ठाकुर ने बताया कि ज्ञापन में कहा कि शासन द्वारा अभी लिया गया यह निर्णय अधिकारी कर्मचारियों के हित में नहीं है, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों के दृष्टिगत् इसमें विभिन्न प्रकार की विसंगतियां हैं. जिसके कारण ऐप के माध्यम उपस्थिति दर्ज करने में अधिकारी कर्मचारियों के अनेक प्रकार की कठिनाईयां आने की संभावना है क्योंकि वर्तमान में विभाग में विभिन्न स्तर पर बहुत से पद रिक्त हैं, मैदानी कर्मचारियों के पास दो-दो स्थानों का प्रभार है, जिन्हें रोष्टर के अनुसार प्रभार के संस्था के अंतर्गत आने वाले ग्रामीण क्षेत्रों में अलग-अलग स्थल पर कार्य करना होता है.
साथ ही आगे कहा कि शासन द्वारा समय-समय पर आयोजित होने वाले विभिन्न अभियान, मेला, शिविरों में वी.आई.पी. ड्यूटी में कर्मचारियों को जिले के अन्यत्र स्थलों पर सेवाऐं देने जाना होता है.ऐसी परिस्थितियों में निर्धारित समय पर निर्धारित मुख्यालय स्तर पर ऐप के माध्यम से उपस्थिति दर्ज कराया जाने में चिकित्सकों एवं कर्मचारियों को बहुत अधिक कठिनाई होगी.ऐप के माध्यम से उपस्थिति में अनेक प्रकार की और कठिनाईयां होने की संभावना है. गौरतलब है कि माध्यम से लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अधिकारी / कर्मचारियों की 1 जनवरी 2023 से सार्थक ऐप के माध्यम से उपस्थिति दर्ज किए जाने के निर्देश दिए गए हैं।