प्रिया पांडे्य/भोपाल:  पहले से लाखों करोड़ रुपये के कर्ज में चल रही शिवराज सरकार (shivraj singh chouhan) ने एक बार फिर कर्ज लेने की तैयारी कर ली है. बता दें कि 11 दिन के अंदर ये तीसरी बार है, जब सरकार कर्ज ले रही है. इस बार शिवराज सरकार (Shivraj government will take loan) अगले 11 सालों के लिए 3000 करोड़ रुपये का कर्ज ले रही है.  आने वाली 14 फरवरी यानी वैलेंनटाइन-डे पर को सरकार रिजर्व बैंक में बांड गिरवी रख कर कर्ज लेगी.


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गौरतलब है कि एमपी की शिवराज सरकार ने इससे पहले 31 जनवरी और 4 फरवरी को रिजर्व बैंक में बांड गिरवी रखकर कर्ज लिया था.  इस कर्ज को शिवराज सरकार साल 2034 तक आरबीआई को इसका ऋण चुकाएगी. मिली जानकारी के मुताबिक शिवराज सरकार अब तक 3 लाख करोड़ से ज्यादा का कर्ज ले चुकी है. जिसपर हर साल करीब 46 हजार करोड़ रुपये से अधिक का ब्याज चुकाना पड़ रहा है.


MP Budget 2023: 5 दिन में 5000 करोड़ का लोन, बजट से पहले कर्ज ले रही है शिवराज सरकार


3 लाख करोड़ रुपये का कर्ज 
इस साल मध्यप्रदेश में चुनाव होने वाले हैं, और फिलहाल एमपी की शिवराज सरकार 2023 के लिए नया बजट तैयार करने में जुटी है. ऐसे में इस बार 3 लाख करोड़ रुपये का बजट रखा गया है. बजट सत्र 27 फरवरी से 27 मार्च तक चलेगा. ये बजट इस लिए भी खास माना जा रहा है, क्योंकि सरकार की निगाहें इस साल होने वाले चुनाव पर है. गौर करने वाली बात है कि जितना सरकार बजट इस सत्र  के लिए निर्धारित कर रही है, उतना ही कर्ज सरकार पर है. यानी 3 लाख करोड़ रुपये का कर्ज.


वित्तीय घाटे में सरकार
साल 2022 में मध्यप्रदेश सरकार को 57 हजार करोड़ का वित्तीय घाटा हुआ है. राज्य में कमाई से अधिक खर्च हो रहे हैं. इसी की पूर्ती के लिए सरकार कर्ज ले रही है. जिसे विभिन्न योजनाओं में खर्च करना है. अभी तक सरकार पर जो कर्ज है उसके लिए हर सला बतौर किस्त उसे 46 हजार करोड़ रुपए देने पड़ रहे हैं.