अविश्वास पर टूटा कांग्रेस का विश्वास! प्रस्ताव पर आधीरात तक चली बहस, क्यों नहीं पहुंचे कमलनाथ?
MP Vidhan Sabha Winter Session: मध्य प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र का तीसरा दिन गजब हंगामेदार रहा. अनुपूरक बजट पास होने के बाद से गहमा-गहमी का माहौल बनने लगा था. विपक्ष के द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर आधीरात तक बहस होती रही. जानें तीसरे दिन का अपडेट...
MP Vidhan Sabha Winter Session: भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र में तीसरे दिन विपक्ष ने सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया. इसपर अंत में बहस प्रारंभ हुई, जो आधीरात तक चलती रही. इससे पहले का हंगामा प्रस्ताव पर बहस के दौरान और बढ़ गया. गहमा-गहमी के माहौल के बीच अविश्वास प्रस्ताव पर देर रात तक बहस चलती रही. देर रात कांग्रेस ने वॉकआउट कर लिया, जिसके बाद सदन को गुरुवार सुहब 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया है.
आधी रात तक चली बहस
मध्यप्रदेश विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर रात 12:30 बजे तक चर्चा हुई. बीच-बीच में हंगामा के साथ ही सदन में जय श्री राम और जय जय सियाराम के नारे भी गूंजते रहे. कांग्रेस ने मंत्री मोहन यादव और भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा का जमकर विरोध किया, वहीं बीजेपी उनके समर्थन में खड़ी रही. इस बीच विरोध करते हुए विपक्ष के विधायकों ने वॉकआउट कर दिया.
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कमलनाथ की गैरमौजूदगी
शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह ने अविश्वास प्रस्ताव पेश किया. इस दौरान कमलनाथ की गैरमौजूदगी पर विपक्ष सत्ता पक्ष के निशाने पर रहा. कुल मिलाकर प्रस्ताव में कांग्रेस परसेप्शन की लड़ाई में कमजोर नजर आई. हालांकि बहस के दौरान कांग्रेस के सदस्यों ने सरकार को घेरने का पूरा प्रयास किया और कई मुद्दों पर तीखी बहस हुई.
कमजोर नजर आया विपक्ष
9 साल बाद विपक्ष की तरफ से लाए गए अविश्वास प्रस्ताव में सरकार को कोई खास फर्क नहीं पड़ने वाला. क्योंकि संख्या बल के आधार पर बीजेपी के पास पर्याप्त विधायकों का बहुमत है. विपक्ष की तरफ से यह सरकार को घेरने की कोशिश की, लेकिन कमलनाथ की गैर मौजूदगी में पूरी कांग्रेस कमजोर नजर आई और सत्ता पक्ष के निशाने पर आ गई.
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विपक्ष का सदन से वॉकआउट
रात में कांग्रेस विधायक सदन से बाहर निकल गए. वो राष्ट्र पिता महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास बैठककर धरना देने लगे और रघुपति राघव राजा राम का गान करने लगे. उनका कहना था कि उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव के सीता माता को लेकर दिए बयान को लेकर उनके खिलाफ कार्रवाई होने चाहिए. उन्हें अपने बयान के लिए मांफी मांगनी चाहिए. पूर्व मंत्री विजयलक्ष्मी साधो ने दो टूक कहा कि जबतक मोहन यादव माफी नहीं मागते हम हाउस नहीं चलने देंगे.
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सदन में क्यों नहीं आए कमलनाथ
कमलनाथ अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान विदिशा जिले के सिरोंज दौरे पर थे. उनका ये प्रोग्राम पहले से तय था. सिरोज में उन्होंने अपने भाषण में कहा भी 'मैंने पहले ही कह दिया था कि सिरोंज आऊंगा, मैं वचन का पक्का हूं, इसलिए अविश्वास प्रस्ताव छोड़कर आपके बीच आया हूं'.