मौसम: MP में बारिश से नहीं मिलने वाली राहत, इन जिलों में अलर्ट ने फिर बढ़ाई चिंता
MP Weather: मध्य प्रदेश के कई जिलों में अभी भी बाढ़ का खतरा बरकरार है, वहीं मौसम विभाग के मुताबिक प्रदेश के लोगों को अभी बारिश से राहत नहीं मिलने वाली है. प्रदेश में अभी बारिश बाकि है. वहीं कई नदियों का जलस्तर बढ़ने से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
MP Weather: मध्य प्रदेश के लोगों को अभी बारिश से राहत नहीं मिलने वाली है. प्रदेश में लगातार हुई बारिश के बाद नदियों का जलस्तर बढ़ गया है. जिसका सबसे ज्यादा असर ग्वालियर-चंबल अंचल में देखने को मिल रहा है. मुरैना, श्योपुर और भिंड जिले में चंबल नदी के बढ़ते जलस्तर के चलते 60 से ज्यादा गांव पानी में घिरे हुए हैं. वहीं मौसम विभाग के मुताबिक अभी बारिश बंद नहीं होने वाली है. प्रदेश में अभी बारिश का दौर जारी रहेगा. जबकि आज भी कई जगहों पर शाम तक बारिश होने के आसार हैं.
31 अगस्त तक जोरदार बारिश की संभावना
मौसम विभाग के मुताबिक कल से 31 अगस्त तक भोपाल, नर्मदापुरम, इंदौर, उज्जैन संभाग में भारी बारिश की संभावना है. इसके अलावा आज भी कई जगहों पर बौछारे पड़ने के साथ बारिश होने की पूरी उम्मीद है. वहीं भोपाल में रुक-रुक लगातार बारिश हो रही है. मौसम विभाग के मुताबिक बंगाल की खाड़ी में बन रहे सिस्टम ने मध्य प्रदेश के लोगों की चिंता एक बार फिर बढ़ा दी है. क्योंकि अभी बारिश का दौर खत्म नहीं हुआ है.
नदियों का बढ़ा जलस्तर
बेतवा, चंबल और पार्वती से लेकर दूसरी नदियां उफान पर है, सागर, मुरैना, विदिशा, रायसेन, शिवपुरी, भिंड में बाढ़ का तांडव जारी है कई और जिले भी चपेट में है. मुरैना, श्योपुर, भिंड जिलो में अब तक हजारों परिवारों को सुरक्षित निकाला जा चुका है. जबकि अभी भी लोगों को बाहर निकालने का काम जारी है. सेना के तीन हेलीकॉप्टर रेस्क्यू में जुटे है.
चंबल नदी उफान पर
बता दें कि बेतवा के बाद चंबल के रौद्र रूप से लोगों की परेशानियां बढ़ने लगी है. चंबल नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. लगातार बारिश के बाद कई डैमों से छोड़े गए पानी के चलते चंबल नदीं उफान पर है. जिससे भिंड जिले में कई गांवों को पूरी तरह से खाली कराया गया है. इसके अलावा कई गांवों में मुनादी कराकर लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है. क्योंकि लगातार नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर हैं ऐसे में अगर और पानी बढ़ता है तो परेशानियां भी बढ़ सकती हैं. इसलिए भिंड और श्योपुर जिले को अलर्ट पर रखा गया है.