PM Modi Sagar Visit: सागर जिले के बड़तूमा में करीब 100 करोड़ रुपये की लागत से संत रविदास भव्य मंदिर बनाया जा रहा है. मंदिर की आधार शिला रखने पीएम मोदी आज बड़तूमा पहुंचे है.  प्रधानमंत्री ने कहा कि संत रविदास मंदिर भव्य और दिव्य होगा. पीएम मोदी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि जब हमारी आस्थाओं पर हमले हो रहे थे, हमारी पहचान मिटाई जा रही थीं, तब रविदास जी ने मुगलों के कालखंड में कहा था, पराधीनता सबसे बड़ा पाप है. जो पराधीनता को स्वीकार कर लेता है, लड़ता नहीं है, उससे कोई प्रेम नहीं करता है.



COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

पीएम मोदी ने कहा कि सामाजित समरस्ता के नए युग की शुरुआत है. विकास और बेहतर सुविधाओं के लिए काम जारी है. विकास के क्षेत्र में मध्यप्रधेश आगे बढ़ रहा है.


मैं किसी गरीब को भूखा नहीं सोने दूंगा - पीएम मोदी 
प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोना महामारी को याद करते हुए लिखा कि कोविड महामारी के दौरान मैंने तय किया कि मैं किसी गरीब को भूखा नहीं सोने नहीं दूंगा. आपका दर्द समझने के लिए मुझे किताबें ढूंढने की जरूरत नहीं है. हमने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण शुरू की है. अन्न योजना से 80 करोड़ से अधिक लोगों को मुफ्त राशन उपलब्ध कराया.


आत्मनिर्भर बन रहे SC-ST
पीएम मोदी ने कहा कि हर गरीब के सिर पर छत हो इसलिए प्रधानमंत्री आवास दिये जा रहे हैं. एससी-एसटी समाज के लोग आज अपने पैरों पर खड़े हो रहे हैं, आत्मनिर्भर बन रहे हैं. साथियों सागर की पहचान 400 एकड़ की लाखा बंजारा झील से भी होती है. आदिवासियों के बच्चों के लिए अच्छी पढ़ाई, पोषण की व्यवस्था और बेटियों के लिए सुकन्या समृद्धि की योजना शुरु की गई है. युवा आत्मनिर्भर बनें इसलिए मुद्रा लोन योजना शुरु की गई है. मुद्रा योजना में सर्वाधिक लाभार्थी SC-ST समाज के हैं.


पीएम मोदी के भाषण की बड़ी बातें...
कोरोना महामारी में पूरी दुनिया की व्यवस्थाएं ठप्प पड़ गईं, भारत के गरीब, दलित, आदिवासी के लिए हर कोई आशंका जता रहा था, कहा जा रहा था कि समाज का ये तबका कैसे रह पाएगा. तब मैंने तय किया चाहे जो हो जाए मैं मेरे गरीब भाई-बहनों को खाली पेट सोने नहीं दूंगा.
- जब हमारी आस्थाओं पर हमले हो रहे थे, हमारी पहचान मिटाने के लिए हम पर पाबंदियां लगाई जा रही थीं. तब रविदास जी ने कहा था -  पराधीनता पाप है, जान लेहु रे मीत, 
रैदास दास पराधीन सौं, कौन करैहै प्रीत.
- आज देश में दलित और आदिवासी समाज को वो सम्मान मिल रहा है, जिसके ये हकदार थे.
आज देश "सबका साथ, सबका विकास, साथ विश्वास और सबका प्रयास" संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा है.
- आज देश के दलित, पिछड़ा और आदिवासियों को उचित सम्मान और नए अवसर मिल रहे है. ना ये समाज कमजोर है और ना इनका इतिहास कमजोर है.
- कोई भी दलित, वंचित बिना घर के ना रहे, इसके लिए प्रधानमंत्री आवास भी दिए जा रहे हैं.
- आदिवासी-दलित-पिछड़े वर्ग के लोगों ने राष्ट्र के विकास में भूमिका निभाई है. जल-बिजली कनेक्शन भी मुफ्त दिया गया है.