MP Politics: मध्यप्रदेश के अफ़सरों ने कमलनाथ को मन से माना मुख्यमंत्री! जानें पूरा मामला?
Nari Samman Yojana: एक सरकारी आदेश मध्य प्रदेश कांग्रेस की नारी सम्मान योजना का नाम दिखा, जबकि नोटिस में राज्य सरकार की लाड़ली बहना योजना का नाम गयाब था. जिस पर कांग्रेस को बीजेपी पर तंज करना का मौका मिल गया.
Nari Samman Yojana in Government Order: मध्यप्रदेश (MP News) में एक सरकारी आदेश में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (Kamal Nath) और मध्यप्रदेश कांग्रेस की नारी सम्मान योजना (Nari Samman Yojana) का नाम पत्र के आदेश में डाल दिया गया और वहीं मध्यप्रदेश सरकार और सीएम शिवराज की लाड़ली बहना योजना का नाम उस नोटिस में नहीं था. जिस पर कांगेस ने तंज कसा और कहा कि मध्य प्रदेश की जनता और कांग्रेसियों , फिर भाजपा के नेताओं और अब प्रदेश की नौकरशाही ने भी कमलनाथ को मुख्यमंत्री मान लिया है.
जानें पूरा मामला?
दरअसल, मध्य प्रदेश में एक हालिया सरकारी आदेश को लेकर कांग्रेस को बीजेपी पर तंज करने का मौका मिल गया. एक सरकारी आदेश में पीसीसी चीफ और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा शुरू की गई नारी सम्मान योजना का नाम पत्र दिखा और सीएम शिवराज सिंह चौहान और राज्य सरकार की लाड़ली बहना योजना का नाम इस सरकारी आदेश में नहीं दिखा. बता दें कि इस घटना को लेकर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को घेरना का विपक्षी कांग्रेस को मौका मिल गया.
अफ़सरशाही ने कमलनाथ जी को मन से मुख्यमंत्री माना:कांग्रेस
बता दें कि कांग्रेस पार्टी ने भाजपा पर तंज कसने के अवसर का फायदे उठाते हुए ये दावा किया कि राज्य की नौकरशाही ने भी अब मुख्यमंत्री के रूप में कमलनाथ को मान लिया है, तभी सरकारी आदेश में कमलनाथ की नारी सम्मान योजना का नाम पत्र में दिखा.
मामले को लेकर कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता पीयूष बबेले ने ट्विटर पर ट्वीट किया,"पहले मध्य प्रदेश की जनता और कांग्रेसजनों, फिर भाजपा के नेता और अब प्रदेश की अफ़सरशाही ने भी कमलनाथ जी को मन से मुख्यमंत्री मान लिया है. सरकारी आदेश में कमलनाथ जी की नारी सम्मान योजना का पत्र निकाला गया है और सीएम की योजना का नाम ग़ायब है."