भोपालः प्रदेश में आध्यात्म पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए मध्य प्रदेश पर्यटन विभाग नर्मदा परिक्रमा कराएगा. आज से नर्मदा परिक्रमा की शुरुआत हो रही है. पर्यटन विभाग के टूर पैकेज की सुविधा जबलपुर, भोपाल और इंदौर से मिल सकेगी. इसके लिए विभाग ने 14 दिन और 15 रात का टूर पैकेज दिया है. इस टूर पैकेज में परिक्रमा के लिए वाहनों की भी सुविधा मिलेगी. शुक्रवार यानि कि आज से पर्यटन विभाग की इस सुविधा की शुरुआत जबलपुर के एमपीटी कलचुरी रेसीडेंसी से हो रही है. 


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यात्रा के संबंध में बुकिंग और परिक्रमा की जानकारी पर्यटन विभाग के क्षेत्रीय कार्यालय से ली जा सकती है. जबलपुर से शुरू होकर यह यात्रा अमरकंटक, मंडला, करेली, होशंगाबाद, हांडिया, ओंकारेश्वर, बड़वानी, राजपिपल्या, काठपोर, मीटी तलाई, बड़ोदरा, झाबुआ, उज्जैन, सलकनपुर, बुदनी, जबलपुर होते हुए अमरकंटक में यात्रा का समापन होगा. वहीं इंदौर/भोपाल से शुरू होने वाली यात्रा उज्जैन, ओंकारेश्वर, बड़वानी, राजपिपल्या, काठपोर, मीठी तलाई, झाबुआ, मांडू, महेश्वर, सलकनपुर, अमरकंटक, मंडला, करेली, होशंगाबाद, ओंकारेश्वर होते हुए इंदौर/भोपाल में यात्रा का समापन होगा.  


पर्यटन विभाग के इस टूर पैकेज में बस, टैंपो ट्रैवलर और कार शामिल हैं. पैकेज यात्रियों की संख्या के हिसाब से संचालित किया जाएगा. बता दें कि नर्मदा परिक्रमा की शुरुआत विजयादशमी से होती है और अक्षय तृतीया यानि कि अक्टूबर से मई माह तक होती है. 


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3600 किलोमीटर की नर्मदा परिक्रमा का हिंदू धर्म में बड़ी मान्यता है. यह एक धार्मिक यात्रा है. माना जाता है कि नर्मदा परिक्रमा करने से पापों का नाश होता है और व्यक्ति को मोक्ष मिलता है. पुराणों में कहा गया है कि नर्मदा परिक्रमा करने से अच्छा कुछ नहीं है. पौराणिक मान्यता के अनुसार, नर्मदा कुंवारी नदी है, इसकी परिक्रमा की जाती है और इसे नाव से पार नहीं किया जाता है. 


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