भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के एक बयान पर प्रदेश की सियासत गर्माती नजर आ रही है. बीजेपी कमलनाथ के बयान पर हमलावर नजर आ रही है. दरअसल, कल आगर पहुंचे कमलनाथ से जब सदन में शामिल नहीं होने पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि वह सदन में सीएम की बकवास सुनने नहीं जाते. उनके इसी बयान पर नरोत्तम मिश्रा ने निशाना साधते हुए कहा कि यह बयान देकर उन्होंने प्रजातंत्र पर उंगली उठाई है. 


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वह मुंह चलाने में विश्वास करते हैं: कमलनाथ 
नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि ''कमलनाथ जी अगर मानते हैं कि सदन में उनकी आवश्यकता नहीं है, तो उनको विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे देना चाहिए. कमलनाथ का लोकतंत्र के मंदिर के प्रति लगातार व्यंग्य और कटाक्ष करना चिंता का विषय है. 


कमलनाथ को इस्तीफा दे देना चाहिए 
नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि ''कमलनाथ सदन में भाषण को बकवास कहते है तो इससे समझ में आता है कि वह मुंह चलाने में विश्वास करते हैं. सदन में अगर कमलनाथ की आवश्यकता नहीं है तो उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए. क्योंकि लोकतंत्र के मंदिर के प्रति ऐसे शब्दों का प्रयोग करना चिंताजनक होता है.'' 


विधानसभा अध्यक्ष को संज्ञान लेना चाहिए 
नरोत्तम मिश्रा के अलावा बीजेपी के दूसरे नेता भी कमलनाथ के बयान पर हमलावर है, बीजेपी प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने कहा कि ''कमलनाथ ने यह बयान देकर विधानसभा का अपमान किया है. इसलिए बीजेपी की मांग है कि विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम को इस मामले में संज्ञान लेना चाहिए. क्योंकि विधानसभा में सीएम का बयान संवैधानिक होता है. ये कमलनाथ की कुंठा है जो बार बार सामने आ रही है.''


क्या कहा था कमलनाथ ने 
दरअसल, कल से विधानसभा का मानसून सत्र शुरू हुआ है, लेकिन कमलनाथ कल आगर जिले के दौरे पर पहुंचे और सत्र के पहले दिन शामिल नहीं हुए, जब उनसे पत्रकारों ने सवाल किया तो उन्होंने कहा कि ''मैं शिवराज की बकवास सुनने सदन में नहीं जाता हूं.'' उनके इसी बयान पर बीजेपी नाराज हो गई है. बता दें कि यह कोई पहला मौका नहीं है जब कमलनाथ ने इस तरह का बयान दिया है, इससे पहले भी वह इस तरह का बयान दे चुके हैं.''


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