Navratri 2023: MP की इस जेल में मां की भक्ति में डूबे कैदी! खाने में फलाहार की बढ़ी डिमांड
चैत्र नवरात्रि 22 मार्च से शुरू हो गई है. ऐसे में नवरात्रि के दौरान उज्जैन की जेल में भी माता की भक्ति करने वालों की कोई कमी नहीं है. बताया जा रहा है कि उज्जैन की केंद्रीय जेल भैरवगढ़ में हर तीसरा कैदी माता की भक्ति में डूबा हुआ है.
Navratri 2023: चैत्र नवरात्रि 22 मार्च से शुरू हो गई है. ऐसे में नवरात्रि के दौरान उज्जैन की जेल में भी माता की भक्ति करने वालों की कोई कमी नहीं है. बताया जा रहा है कि उज्जैन की केंद्रीय जेल भैरवगढ़ में हर तीसरा कैदी माता की भक्ति में डूबा हुआ है. आलम ये हो गया है कि वर्तमान में दाल रोटी से ज्यादा फलाहार की डिमांड बढ़ गई है. जेल में दूध, फल, मूंगफली , आलू की मात्रा बढ़ गई है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक उज्जैन की केंद्रीय जेल भैरवगढ़ में इस समय 2 हजार से ज्यादा कैदी बंद हैं. वहीं एबीपी न्यूज से बातचीत में उज्जैन के डिप्टी जेलर सुरेश गोयल ने बताया कि वर्तमान में 519 बंदियों ने उपवास रखा है. जिसके चलते प्रशासन ने उनके लिए अलग इंतजाम किए है.
जेल के अंदर माता की होती पूजा
वहीं डिप्टी जेलर के मुताबिक, वर्तमान में केंद्रीय जेल भेरूगढ़ में कैदियों को मूंगफली, गुड़, साबूदाने की खिचड़ी, फल आदि दिया जा रहा है. जेल के अंदर पद्मावती माता का मंदिर भी है. जिसके दर्शन करने और पूजा करने के लिए बंदियों का आना-जाना लगा रहता है. हालांकि वो नियम के मुताबिक निर्धारित समय पर ही पूजा करते हैं.
कुख्यात बदमाश भी माता के भक्त
डिप्टी जेलर के मुताबिक जेल में बंद साधारण अपराधी नहीं बल्कि कई कुख्यात अपराधी भी माता की भक्ति में डूबे हुए है. कई कुख्यात बदमाशों ने तो अपने गुनाहों की माफी के लिए और मुख्याधारा में वापिस जाने के लिए व्रत रखा हुआ है. इसके अलावा लूट के बदमाश ने भी व्रत रखा है.
मैनुअल के मुताबिक मिलता है समय
बता दें कि जेल में कैदियों को मैनुअल के मुताबिक भोजन करने फलाहार करने के साथ पूजा करने के लिए अलग से टाइम मिलता है. उपवास करने वाले कैदियों को चाय, फल, दाने आदि स्वल्पाहार दिया जा रहा है.