मध्यप्रदेश के इन जिलों को ठिकाना बना रहे नक्सली, खुफिया रिपोर्ट में हुआ खुलासा
mp news-छत्तीसगढ़ में पिछले कुछ महीनों से नक्सलियों के खिलाफ लगातार ऑपरेशन जारी है. नक्सलियों और सुरक्षा बलों की मुठभेड़ में कई नक्सली मारे जा चुके हैं. लगातार हो रही कार्रवाई के बाद नक्सली अब मध्यप्रदेश की तरफ रुख कर रहे हैं. इसको लेकर खुफिया रिपोर्ट में खुलासा हुआ है.
madhya pradesh news-छत्तीसगढ़ में नक्सलियों पर लगातार हो रहे प्रहार से उनकी कमर टूटती हुई नजर आ रही है. ऐसे में अब कार्रवाई से बचने के लिए नक्सली मध्यप्रदेश के जंगलों में अपना नया ठिकाना तलाश रहे हैं. नक्सलियों के नए ठिकानों को लेकर आईबी की गोपनीय रिपोर्ट में बड़ा खुलासा हुआ है.
नक्सलियों के मूवमेंट को लेकर मध्यप्रदेश सरकार सतर्क हो गई है. प्रदेश सरकार ने केंद्र सरकार से सीआरपीएफ की 2 बटालियन की मांग की है.
इन जिलों में ठिकाना
इंटेलिजेंस की रिपोर्ट के अनुसार नक्सली मध्यप्रदेश के बालाघाट, डिंडौरी, मंडला में नक्सलियों का नया कैडर तैयार किया जा रहा है. 20 से 25 नक्सलियों का मूवमेंट सीधी-सिंगरौली से लगे माड़ा जंगल और मंडला के कान्हा नेशनल पार्क के कोर एरिया में देखा जा रहा है. आईबी के एक अधिकारी ने इसकी पुष्टि की है. आईबी की रिपोर्ट में बताया गया है कि आसपास के ग्रामीणों ने कुछ संदिग्धों को देखा है. गांव वालों का कहना है ये नए चेहरे हैं इन्हें पहले इस इलाके में कभी नहीं देखा है.
सरकार ने केंद्र से की मांग
छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे ऑपरेशन के बाद माओवादियों की कमर टूट गई. लगातार चलाए जा रहे ऑपरेशन के बाद उन्हें बड़ा नुकसान हुआ है. कई नक्सलियों के मारे जाने के बाद अब नक्सली बड़ी संख्या में मध्य प्रदेश को अपने छिपने का ठिकाना बना रहे हैं. इंटेलिजेंस की रिपोर्ट मिलने के बाद मध्य प्रदेश सरकार सतर्क हो गई है. सीएम मोहन यादव ने इसी को लेकर बीते दिनों केंद्र सरकार से 2 बटालियन सीआरपीएफ की मांग की है. दोनों बटालियन बालाघाट, मंडला और डिंडौरी में तैनात किया जाएगा. साथ ही सरकार ने बटालियन के साथ इन तीनों जिलों में 220 नए सड़क निर्माण की भी मांग की है.
सेफ जोन है एमपी
दरअसल, जब भी नक्सलियों के साथ सुरक्षाबलों की मुठभेड़ होती है वे अपने लिए सुरक्षित ठिकाने की तलाश करते हैं. नक्सली छत्तीसगढ़ में होने वाली कार्रवाईयों के बाद सेफ जोन के तौर पर एमपी के इन इलाकों का इस्तेमाल करते हैं. नक्सलियों ने साल 2015-16 में महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ (एमएमसी) क्षेत्र बनाया था.