छत्तीसगढ़ में ढीली हो रही पकड़ से बौखलाए नक्सली, मुखबिरी के शक में की ग्रामीण की हत्या
Naxal Attack: छत्तीसगढ़ में लाल आतंक के खिलाफ लगातार हो रही कार्रवाई से नक्सली बौखला गए हैं. नारायणपुर जिले में एक बार फिर नक्सलियों ने एक ग्रामीण की हत्या कर दी है.
Naxalites Encounter: लाल आतंक के खिलाफ छत्तीसगढ़ में पुलिस और सुरक्षाबलों ने एक तरह से निर्णायक लड़ाई छेड़ दी है. पिछले कुछ महीनों में नक्सलियों के खिलाफ बड़े अभियान चलाए गए हैं, जिसमें बड़ी संख्या में नक्सलियों को मार गिराया गया है तो बड़ी संख्या में नक्सलियों ने सरेंडर भी किया है. ऐसे में लगातार हो रही इस कार्रवाई से नक्सली बौखला गए हैं और दहशत फैलाने के लिए ग्रामीणों को निशाना बना रहे हैं. छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले के अबूझमाड़म में मुखबिरी के शक में नक्सलियों ने एक बार फिर एक ग्रामीण की हत्या को अंजाम दिया है.
मुखबिरी के शक में हत्या
नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ में आने थुलथुली के गायता गांव में नक्सलियों ने मुखबिरी के शक में एक ग्रामीण की हत्या कर शव को सड़क पर डाल दिया, जिसके बाद से इलाके में दहशत का माहौल है. बताया जा रहा है कि थुलथुली इलाके में बीते 7 जून को पुलिस ने 6 नक्सलियों को मुठभेड़ में मार गिराया था, जिससे बौखलाए नक्सलियों से गांव में रहने वाले चैतूराम मंडावी नाम के शख्स की हत्या कर दी और उसके शव को सड़क पर डाल दिया. इतना ही नहीं नक्सलियों ने ग्रामीणों को धमकी दी है कि अगर पुलिस में घटना की सूचना दी गई तो अंजाम बुरा होगा. जिसके चलते अब तक पुलिस के समक्ष यह मामला नहीं आया है.
ग्रामीणों को बना रहे निशाना
बता दें कि पिछले कुछ महीनों में जिस तरह से नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई हुई है, उसके बाद से ही नक्सलियों ने ग्रामीणों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है. नक्सलियों ने अब तक कई ग्रामीणों को मुखबिरी के शक में मौत के घाट उतार दिया है. अप्रैल महीने में भी नक्सलियों ने बीजापुर जिले के फरसगांव थाना क्षेत्र के दंडवन गांव में उपसरपंच पंचमदास की हत्या कर दी थी. नक्सलियों ने उन पर भी मुखबिरी का आरोप लगाया था. जबकि एक बीजेपी नेता की भी हत्या कर दी थी.
6 नक्सलियों को मार गिराया था
सुरक्षाबलों ने गुरुवार को नक्सलियों के खिलाफ फिर से अभियान चलाया था. जहां मुठभेड़ में 6 नक्सलियों को मार गिराया था. इस घटना के बाद सुरक्षाबल अभी लगातार सर्चा अभियान चला रहे हैं, जहां सर्चिंग में पुलिस को बड़ी संख्या में नक्सलियों के कैंप से सामान भी मिला है. पिछले पांच महीनों में नक्सलियों के खिलाफ पुलिस और सुरक्षाबलों ने संयुक्त अभियान चला रखा है. इसके अलावा नक्सलियों के गढ़ कहे जाने वाले इलाकों में भी सुरक्षा कैंप खोले गए हैं. जिससे नक्सली पूरी तरह से बौखलाए नजर आ रहे हैं.
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