New Parliament Inauguration: आज की तारीख इतिहास से सुनहरे अक्षरों में दर्ज हो चुकी है. जी, हां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को नए संसद भवन को देश को समर्पित कर दिया है. नई संसद भवन का उद्घाटन वैदिक मंत्रोच्चार और हवन-पूजन के साथ हुआ. नई संसद में स्पीकर की कुर्सी के पास सेंगोल को स्थापित किया गया. फिर सर्वधर्म प्रार्थना का आयोजन किया गया. जिसमें अलग-अलग धर्मों से जुड़े गुरुओं और लोगों ने पूजन किया.


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नई संसद भवन के उद्घाटन के समय पीएम मोदी के साथ लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला समेत मोदी सरकार की पूरी कैबिनेट मौजूद रही. इसके साथ ही बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भी इस कार्यक्रम में मौजूद रहे. नई संसद में सर्वधर्म प्रार्थना सभा में कई धर्मों के धर्मगुरुओं ने अपनी-अपनी प्रार्थना कीं.



जानिए किन धर्म के धर्मगुरु हुए शामिल
नई संसद की सर्वधर्म प्रार्थना में बौद्ध, ईसाई, जैन, पारसी, मुस्लिम, सिख, सनातन समेत कई धर्मों के धर्मगुरु ने अपनी-अपनी प्रार्थनाएं की. सभी धर्मों के धर्मगुरुओं ने अपने-अपने विधि विधान से अनुष्ठान किया. इस दौरान पीएम मोदी ने सभी की प्रार्थनाओं को सुना.



राफेल से लिए भी हुई थी सर्वधर्म प्रार्थना
बता दें कि इससे पहले 10 सितंबर 2020 को फ्रांस से आए 5 राफेल विमानों के भारतीय वायुसेना में शामिल होने पर सर्वधर्म प्रार्थना का आयोजन हुआ था. आमतौर पर भारतीय सेना में कोई बड़ा विमान शामिल होता है, तो सर्वधर्म प्रार्थना की जाती है. ये परंपरा लंबे समय से की जा रही है.



सेंगोल' के सामने दंडवत हुए PM Modi
पीएम मोदी ने धोती-कुर्ता पहनकर पूजा अर्चना की और तमिलनाडु से आए 20 पंडितों का आशीर्वाद लिया. फिर सम्मान के निशान के रूप में पीएम मोदी ने समारोह के दौरान 'सेंगोल' के सामने दंडवत प्रणाम किया और नए संसद भवन तक वैदिक मंत्रों के जाप के बीच सेंगोल को उठाकर स्पीकर की कुर्सी के पास स्थापित किया.