NIA Raids in MP Jabalpur: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने आतंकी फंडिंग मामले की चल रही जांच के तहत प्रदेश (MP News) के जबलपुर जिले में रेड की. एनआईए की टीम ने HUT का मामला अपने हाथ में लेने के बाद तेजी से जबलपुर में तीन अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी की. बता दें कि HUT मामले में NIA ने कई संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है. बता दें कि 9 मई को, मध्य प्रदेश एटीएस ने हिज्ब-उत-तहरीर से जुड़े होने के संदेह में 10 व्यक्तियों को पकड़ा था. मामले में गिरफ्तारियां भोपाल और छिंदवाड़ा से हुईं थीं. साथ ही कुछ लोग हैदराबाद से भी पकड़े गए थे.


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आधा दर्जन आरोपियों को हिरासत में लिया गया
बता दें कि HUT के मामले को लेकर मध्य प्रदेश में एनआईए लगातार कार्रवाई कर रही है. जबलपुर में छापेमारी के दौरान एनआईए ने 6 से ज्यादा संदिग्धों को जिले से हिरासत में लिया. हिरासत में लिए गए लोगों पर आतंकी फंडिंग गतिविधियों में शामिल होने का संदेह है, जो देश की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा है. 


ओमती नगर थाना क्षेत्र को कर दिया गया सील 
बता दें कि एनआईए की छापेमारी में ओमती नगर थाना क्षेत्र को सील कर दिया गया. कार्रवाई के तहत भारी पुलिस बल तैनात किया गया था. रेड, हिस्ट्रीशीटर अब्दुल रज्जाक, मकसूद कबादी और उल्लाह अंसारी के ठिकानों पर हुई. मिली जानकारी के अनुसार अब्दुल रज्जाक के आवास से पहले 2021 में अवैध हथियार पाए गए थे, जबकि केरल पुलिस अब्दुल रज्जाक के दामाद के संभावित आतंकवादी कनेक्शन की जांच में शामिल हो गई है. अब्दुल रज्जाक का बेटा सरताज कथित तौर पर अवैध हथियारों की जब्ती के बाद विदेश भाग गया है.


प्रतिबंधित संगठन सिमी का गढ़ रहा गोहलपुर भी छापों का केंद्र बिंदु था, जहां सिमी से जुड़े एक कैशियर को पकड़ा गया था. एनआईए की कार्रवाई आतंकी फंडिंग के कनेक्शन की आशंका को लेकर हुई. गौरतलब है कि जबलपुर में की गई एनआईए की छापेमारी से मामले से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी और अहम सबूत मिलने की उम्मीद है, जिससे एनआईए को सक्रिय आतंकी फंडिंग नेटवर्क को और खत्म करने में मदद मिलेगी. 


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क्या है HUT?


हिज़्ब उत-तहरीर (HUT) एक चरमपंथी संगठन है. जिसने 50 से अधिक देशों में अपना बेस बना लिया है. यह अपने सदस्यों को रासायनिक युद्ध में प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए जाना जाता है. जबकि यह पिछले 13 वर्षों से भारत में निष्क्रिय था, लेकिन हाल के इंटेलिजेंस के इनपुट बताते हैं कि एचयूटी देश में एक बेस स्थापित करने का प्रयास कर रहा है.