अजय राठौर/श्योपुरः मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा प्रदेश की गरीब बेटियों के हाथ पीले करने मुख्यमंत्री कन्यादान विवाह (mukhyamantri kanyadan yojana) योजना चलाई गई है. इसके तहत गरीब कन्याओं की शादी का खर्च सरकार उठा रही है. लेकिन श्योपुर (sheopur) के जिम्मेदार अफसरों (officers) ने मजाक बना कर रख दिया.  बता दें मुख्यमंत्री कन्यादान विवाह योजना के जिम्मेदार अफसरों ने 'बिन फेरे हम तेरे' वाली कहावत को चरितार्थ करते हुए 63 दुल्हा-दुल्हन को बिना मंडम में बैठाए ही शादी की खानापूर्ति कर दी.


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जानिए मामला
दरअसल शनिवार को श्योपुर शहर में अक्षय तृतीय के मौके पर जिला प्रशासन द्वारा हेवी मशीनीरी इलाके में मुख्यमंत्री कन्या दान विवाह योजना में जिले के अफसरों ने कुछ ऐसा ही कारनामा कर दिया. मुख्यमंत्री कन्यादान विवाह योजना में शादी के लिए आवेदन करने वाले 63 दूल्हा दुल्हन वाले जोड़ों को शादी के लिए तैयार किए गए मंडप में बिना बैठाए ही शादी की खानापूर्ति कर दी.


अफसरों ने बनाया मजाक
सरकारी अफसरों ने बिना पंडित मंत्रोच्चार की रश्मों के अग्नि के फेरे कराए बिना ही जोड़ों को माला पहनाकर शादी संपन्न करते हुए, उन्हें योजना का चेक बाट दिये. जबकि शादी के कार्यक्रम में हवन वेदिका भी जोड़ों की शादी के लिए बनाई गई थी. लेकिन बिना फेरे लिए ही दूल्हा दुल्हन सरकारी सिस्टम की शादी का मजाक बनाते रहे या यूं कहे की मुख्यमंत्री मामा शिवराज की भांजियों की शादी श्योपुर के अफसरों ने मजाक बनाई.


कांग्रेस ने की चढ़ाई
गौरतलब है कि सरकारी कार्यक्रम में शामिल होकर वर वधु को आशीर्वाद देने पहुंचे कांग्रेस विधायक बाबू जंडेल ने इसे मुख्यमंत्री की सरकारी योजना का मजाक बनाने वाले अफसरों की बड़ी लापरवाही बताया. वहीं दूसरी ओर बीजेपी के नेता भी अफसरों की लापरवाही वाली तस्वीरों को खुली आंखों से देख भी अनजान बन कर फोटो सेशन करवाते रहे. इसके साथ ही सवाल खड़े करने वाली कांग्रेस पर ही चढ़ाई करने लगे. इन सब के बीच जिमेदार अफसर सब कुछ रस्मों के साथ शादी करवाने की बात कहते रहे.


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