तो क्या ऑफलाइन ही होंगी कॉलेज में परीक्षा? गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने दिए संकेत!
मध्य प्रदेश सरकार (MP Government) कॉलेजों की परीक्षाएं ऑनलाइन होगी या ऑफलाइन इसपर विचार कर रही है. इसे लेकर लंबे समय से संशय बना हुआ है. हाल ही में उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव (Mohan Yadav) ने कहा था कि मुख्य परीक्षा मार्च में होनी है. फिलहाल हम वेट एंड वॉच की स्थिति में हैं.
आकाश द्विवेदी/भोपाल: मध्य प्रदेश सरकार (MP Government) कॉलेजों की परीक्षाएं ऑनलाइन होगी या ऑफलाइन इसपर विचार कर रही है. इसे लेकर लंबे समय से संशय बना हुआ है. हाल ही में उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव (Mohan Yadav) ने कहा था कि मुख्य परीक्षा मार्च में होनी है. फिलहाल हम वेट एंड वॉच की स्थिति में हैं. मौजूदा हालातों को देखते हुए अभी निर्णय नहीं लिया जा सका है. लेकिन जल्द ही हालातों को देखकर फैसला करेंगे. लेकिन अब गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा (Narottam Mishra) के बयान से अंदाजा लगाया जा रहा है कि कॉलेज में परीक्षा ऑफलाइन ही होंगी. सुनिए क्या कहा...
'कोविड प्रोटोकॉल के नियमों का पालन होगा'
पत्रकारों से बातचीत के दौरान नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए कुछ साथी विधायकों ने कॉलेज की परीक्षाएं ऑफलाइन की जगह ऑनलाइन मोड से करवाने की मांग की है. ऐसे में सरकार इसपर विचार कर रही है. उन्होंने कहा कि कॉलेज में ऑफलाइन परीक्षा की तरफ हम जा रहे हैं. 18 साल के ज्यादा के बच्चों का वैक्सीनेशन हो गया है. दूसरी तरफ एक बार में 300 बच्चे परीक्षा में बैठते हैं, तो पर्याप्त जगह होती है. कोविड प्रोटोकॉल के नियमों का पालन करते हुए परीक्षा दी जा सकती है. अगर कोई छात्र कोविड पॉजिटिव है तो उसे अगले सेमेस्टिर के लिए अवसर मिलेगा. उसका नुकसान नहीं होगा.
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वर्तमान में कॉलेज की परीक्षा #Offline तरीके से करवाने पर सरकार विचार कर रही है। कॉलेजों में #Corona गाइडलाइन का पालन करते हुए छात्र परीक्षा दे सकते हैं। अगर कोई छात्र-छात्रा कोरोना संक्रमित होता है तो वह स्वस्थ होने के बाद परीक्षा दे सकता है। #MPFightsCorona #Exams
- Dr.Narottam Mishra (@drnarottammisra) 18 Jan 2022
कांग्रेस की सलाह
वहीं सरकार की ऑफलाइन एग्जाम कराने की तैयारी के फैसले पर कांग्रेस ने सलाह दी कि सरकार छात्रों की मांग मानें. एग्जाम ऑनलाइन ही कराए जाएं. कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने कहा अभी 15 से 18 साल के बच्चों का पूरी तरह वैक्सीनेशन नहीं हुआ है. कोरोना के केसेस लगातर बढ़ रहे हैं. ऐसे में ऑनलाइन एग्जाम कराना चाहिए. दूसरी ओर उच्च शिक्षा मंत्री के स्टाफ छात्रों को थप्पड़ दिखाते हैं, इससे लगता है कि चाय से ज्यादा केतली गर्म है...!
अभी तक ये था आदेश
कॉलेज और विवि की परीक्षा को लेकर अभी राज्य सरकार की तरफ से ऑफलाइन कराने का आदेश दिया गया है. इसको लेकर पूर्व में गाइडलाइंस भी जारी की चुकी थीं. गाइडलाइंस में कॉलेजों में परीक्षाएं 50 फीसदी क्षमता के साथ कराने को कहा गया था, लेकिन हाल ही में कोरोना संक्रमण की वजह से स्कूलों को 31 जनवरी तक बंद कर दिया गया और इसके साथ ही कॉलेजों में भी ऑनलाइन एग्जाम की मांग उठने लगी. वहीं, प्री-बोर्ड की परीक्षाएं भी ऑनलाइन देने का आदेश दिया गया है. ऐसे में कयास लगाए जा रहे थे कि अब कॉलेज और विवि की परीक्षाएं भी ऑनलाइन बुक सिस्टम से आयोजित होंगी.
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अभी अंतिम फैसला नहीं
बता दें ये राज्य सरकार या फिर उच्च शिक्षा विभाग की तरफ से अंतिम फैसला नहीं है. अभी चर्चा की जा रही है. माना जा रहा है कि 20 जनवरी तक इस पर फैसला ले लिया जाएगा. अगर सबकुछ ठीक रहा तो कॉलेज और विवि की परीक्षाएं ऑफलाइन आयोजित की जाएंगी. इस मामले में उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव (Mohan Yadav) ने भी एक बयान दिया था. उन्होंने कहा कि राजनीतिक छात्र संगठन इस विषय को पॉलिटिकल न बनाएं. ये गंभीर विषय है. सरकार इसे लेकर चर्चा कर रही है.
'मुख्य परीक्षा मार्च में'
उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने कहा था कि मुख्य परीक्षा मार्च में होनी है. इसे लेकर फिलहाल हम वेट एंड वॉच की स्थिति में हैं. मौजूदा हालातों को देखते हुए अभी निर्णय नहीं लिया जा सका है. लेकिन जल्द ही हालातों को देखकर फैसला करेंगे. मोहन यादव ने ये भी कहा था कि एक्सपर्टस और कुलपतियों से मामले पर विमर्श जारी है. मामले को राजनीतिक छात्र संगठन पोलिटिकल ना बनाएं.
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