Christmas Day: बच्चों को सांता क्लॉज ड्रेस पहनाने से पहले स्कूल लें पैरेंट्स से इजाजत, यहां हुई अनोखी मांग
Christmas Day: विदिशा जिले में हिंदू संगठनों ने मांग की है कि मिशनरी स्कूलों द्वारा क्रिसमस पर्व पर सांता क्लॉस एवं क्रिसमस ट्री या संता ड्रेस पहनाने सजाने से पहले छात्र एवं छात्राओं के अभिभावकों से लिखित सहमति लेने का आदेश जारी हो. समस्त हिंदू समाज ने इस मामले में विदिशा के कलेक्ट्रेट में पहुंचकर कलेक्टर के नाम लिखित ज्ञापन राजेश गुप्ता ज्वाइंट कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा हैं.
Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के विदिशा जिले में बुधवार को हिंदू संगठनों द्वारा कलेक्टर के नाम ज्वाइन कलेक्टर राजेश गुप्ता को ज्ञापन सौंपा गया. इस ज्ञापन में मांग की गई कि मिशनरी स्कूलों को क्रिसमस पर सांता क्लॉस एवं क्रिसमस ट्री के बने या संता ड्रेस पहनाने सजाने से पहले छात्र एवं छात्राओं के अभिभावकों से लिखित सहमति लेने का आदेश जारी हो.
हिंदू नेता संजू प्रजापति ने बताया कि पिछले कई वर्षों में देखा गया है कि मिशनरी स्कूलों एवं कुछ प्राइवेट शिक्षण संस्थाओं द्वारा क्रिसमस पर्व पर स्कूलों में मनाते हुए छात्र-छात्राओं को बिना उनके अभिभावकों की अनुमति लिए संता के ड्रेस में आने एवं कि क्रिसमस ट्री को बनाने या क्रिसमस के पैटर्न को अनुग्रहित करने के लिए विवश करने की कई घटनाएं सामने आई हैं. अभिभावकों एवं हिंदू समाज की नाराजगी भी कई बार प्रस्तुत हो चुकी है. इसलिए आग्रह है कि इस प्रकार के स्कूलों को तत्काल प्रभाव से लिखित आदेश जारी किया जाए.
अभिभावकों से लेनी होगी अनुमति
ज्ञापन में मांग की गई कि आदेश में यह स्पष्ट कर दिया जाए कि किसी भी स्कूली छात्र को क्रिसमस परिधान या क्रिसमस मनाने से पहले उनके अभिभावकों को सूचित कर लिखित अनुमति प्राप्त करें. अन्यथा हिंदू समाज एवं संगठन उग्र आंदोलन करने पर विवश होंगे. मिशनरी स्कूलों की यह योजना वध षड्यंत्र जो धर्मांतरण की नींव रखता है. यह एक सोची समझी साजिश के तहत सनातन धर्म पर आघात है.
शाजापुर में जारी किया गया आदेश
ज्ञापन में कहा गया है कि 14 दिसंबर को शाजापुर में जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा सभी अशासकीय स्कूलों को इसी प्रकार का आदेश लिखित जारी किया गया है. हिंदू संगठनों की मांग है कि विदिशा में भी इसी तरह का आदेश तत्काल प्रभाव से जारी होना चाहिए. आदेश जारी न करने की स्थिति में बात विवाद होने पर जिला प्रशासन एवं जिला शिक्षा अधिकारी जी की जिम्मेदारी होगी.