One Nation One Election: भोपाल। वन नेशन वन इलेक्शन पर बनाई गई पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता वाली कमेटी ने 14 मार्च को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है. ये रिपोर्ट 2 सितंबर 2023 को हुए कमेटी के गठन के बाद 191 दिन की रिसर्च और हर पक्ष से चर्चा के बाद तैयार की गई है. इसी के साथ एक बार फिर देश में एक चुनाव पर चर्चा होने लगी है. इस बीच मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव का बयान भी इस विषय पर आया है.


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विकास को गति मिलती है
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि एक साथ चुनाव होना चाहिए. एक साथ चुनाव होने से विकास को गति मिलती है. जब अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग प्रकार के चुनाव होते हैं तो विकास बाधित होता है. भारतीय जनता पार्टी की अवधारणा शुरू से यही है कि देश में एक साथ चुनाव होने चाहिए.


प्रधानमंत्री का आभार
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि देश में एक चुनाव को लेकर मैं प्रधानमंत्री की इस भावना का सम्मान करता हूं. इसके लिए जो कमेटी बनाई थी, उसने सुझाव दिए हैं. उन पर निश्चित रूप से आने वाले समय विचार होगा. उन्होंने कहा 'एक देश, एक चुनाव' होना चाहिए. ये अच्छी पॉलिसी है.


रिपोर्ट की खास बातें
- 18,626 पन्नों की रिपोर्ट सौंपी
- 191 दिनों की रिसर्च के बाद तैयार
- साल 2029 में एक साथ चुनाव की सिफारिश
- संविधान के अंतिम पांच अनुच्छेदों में संशोधन की सिफारिश
- सभी चुनावों के लिए एक मतदाता सूची रखने की बात


चरणों के सुझाव
- पहले चरण में लोकसभा और विधानसभाओं के चुनाव एक साथ कराने की संभावना पर विचार
- दूसरे चरण में 100 दिन के अंदर स्थानीय निकायों में चुनाव की प्रक्रिया पर विचार


कैसे तैयार हुई रिपोर्ट?
सरकार ने वन नेशन वन इलेक्शन पर 2 सितंबर 2023 को कमेटी का गठन किया था. इसके बाद समिति ने 191 दिन में रिसर्च की और संबंधित हर पक्ष से चर्चा की. वन नेशन वन इलेक्शन की संभावना को लेकर 47 राजनीतिक दलों से बात की गई है. बताया जा रहा है कि इसमें 32 ने पक्ष में, जबकि 15 विपक्ष में अपनी राय दी है.